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जगतसिंहपुर में सर्वाधिक 65.93 फीसदी मतदान हुआ।
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भाजपा विधायक प्रत्याशी अरिंदम राय के एजेंट और समर्थकों पर हमला
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धामनगर में दो गुटों के बीच संघर्ष
भुवनेश्वर। ओडिशा में लोकसभा की छह व विधानसभा की 42 सीटों के लिए शनिवार को अंतिम चरण के मतदान के दौरान कुछ स्थानों पर छुटपुट हिंसा के बीच शाम पांच बजे तक 62.46% मतदान हुआ। इस दौरान दो जगहों पर दो लोगों की मौत हो गई।
चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक, शाम पांच बजे तक ओडिशा के मयूरभंज में 64.17 फीसदी, बालेश्वर में 61.91 फीसदी, भद्रक में 58.21 फीसदी, जाजपुर में 62.92 फीसदी, केंद्रापड़ा में 62.02 फीसदी तथा जगतसिंहपुर में सर्वाधिक 65.93 फीसदी मतदान हुआ।
कटक के सालेपुर मालशासन के 184 व 185 नंबर मतदान केन्द्र में चुनावी हिंसा देखने को मिली है। भाजपा विधायक प्रत्याशी अरिंदम राय के एजेंट व उनके तीन समर्थकों पर जानलेवा हमला किया गया है। घायलों को सालेपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अरिंदम राय ने आरोप लगाया कि बीजद द्वारा बूथ कैप्टरिंग किये जाने का प्रयास किया जा रहा था। इसका विरोध करने के कारण भाजपा एजेंट व सहयोगियों पर हमला किया गया है।
राय ने कहा कि जिन मतदान केन्द्रों में बीजद को वोट कम मिल रहा है, वहां बीजद के गुंडे लोगों को धमकी दे रहे हैं। पुलिस के सामने यह घटनाएं घट रही हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।
उधर, धामनगर के दोबल पंचायत के 151 नंबर मतदान केन्द्र में चुनावी हिंसा देखने को मिली है। मतदान केन्द्र के अंदर ही दो गुटों के बीच झड़प हुई है। इसमें एक व्यक्ति घायल हुआ है, जिसे धामनगर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बूथ लेवल अधिकारी की अचानक मौत
जाजपुर जिले के बिंझारपुर में एक मतदान केंद्र पर शनिवार को एक बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) की ड्यूटी के दौरान अचानक मौत हो गई। मनोरंजन साहू नामक शिक्षक ने अचानक दिल का दर्द होने की शिकायत की और ओलीचंदनपुर में बूथ नंबर 157 पर ड्यूटी के दौरान बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बूथ नंबर 156 पर तैनात बीएलओ मनोज कुमार महालिक ने कहा कि साहू ने सुबह मतली और उल्टी की शिकायत की। उन्हें सीने में हल्का दर्द भी था। साहू हरसिंहपुर प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक थे। साहू के परिवार के सदस्यों के अनुसार वह मधुमेह के मरीज थे।
नीलगिरि में वृद्ध मतदाता की मृत्यु
बालेश्वर के नीलगिरि विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर 80 वर्षीय मतदाता की अचानक मौत हो गई। सुरेंद्र मोहंती नामक बुजुर्ग व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ नीलगिरि के ईश्वरपुर गांव में बूथ नंबर 159 पर वोट डालने आए थे। गर्मी और उमस के बीच बूथ के अंदर अचानक वे बेहोश हो गए। परिवार के सदस्यों ने उन्हें तुरंत पास के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पीठासीन अधिकारी निलंबित
जगतसिंहपुर संसदीय क्षेत्र के निआली विधानसभा के 75 नंबर मतदान केन्द्र के पीठासीन अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। उनका नाम लक्ष्मी नारायण दाश है। वह अध्यापक हैं। अपने कर्तव्य में लापरबाही के कारण उन्हें कटक के जिलाधिकारी अरिंदम डाकुआ ने निलंबित किया है। अध्यापक लक्ष्मीनारायण पर पक्षपात करने का आरोप लगा है। वह एक निश्चित राजनीतिक दल के लिए वोट करने के लिए मतदाताओं को बता रहे थे। इस संबंधी आरोप लगने के बाद उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
129 बैलेट यूनिट, 189 कंट्रोल यूनिट और 515 वीवीपैट को बदला गया
मुख्य चुनाव अधिकारी निकुंज बिहारी धाल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मतदान के अंतिम चरण में 10,882 मतदान केंद्रों पर में से 6,279 (58 प्रतिशत) मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग के जरिए कड़ी निगरानी रखी गयी। ईवीएम मशीनों में खराबी पाए जाने के बाद दोपहर 1 बजे तक 129 बैलेट यूनिट, 189 कंट्रोल यूनिट और 515 वीवीपैट को बदला गया है। ईवीएम में खराबी के आरोपों पर धाल ने कहा कि राज्य में कहीं से भी कोई बड़ी समस्या की सूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि इस मामले में ईवीएम में कुछ भी असामान्य नहीं है। उन्होंने बताया कि सालीपुर, भद्रक, कोरेई और धामनगर सहित कई स्थानों से चुनावी हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आई हैं, जहां बीजद और भाजपा समर्थकों के बीच झड़पें हुईं।
इस चरण में मतदाता पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के बालेश्वर सांसद उम्मीदवार प्रताप चंद्र षाड़ंगी, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और केंद्रापड़ा लोकसभा सीट के उम्मीदवार बैजयंत पंडा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीकांत कुमार जेना, सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के नेता प्रताप केशरी देब सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के कई दिग्गजों के भाग्य का फैसला करेंगे। संसदीय चुनावों के लिए 66 और विधानसभा चुनावों के लिए 394 उम्मीदवारों सहित कुल 460 उम्मीदवार मैदान में हैं।