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प्रशांत जगदेव को मेडिकल जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया
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भाजपा नेता की गिरफ्तारी के बाद लोगों का गुस्सा भड़का
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ग्रामीणों का दावा – विधायक के खिलाफ लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित
भुवनेश्वर। ओडिशा में शनिवार को हुए तीसरे चरण के मतदान के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को गिराने के आरोप में चिल्का विधायक प्रशांत जगदेव को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, खुर्दा जिले के बोलगढ़ ब्लॉक के अंतर्गत कौंरीपाटना के ग्रामीणों ने दावा किया कि विधायक के खिलाफ लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित है।
मीडिया को दिये गये बयान में स्थिति को देखने वाले कुछ मतदाताओं ने कहा कि बूथ पर पीठासीन अधिकारी ने कई मतदाताओं के साथ दुर्व्यवहार किया और विधायक के साथ भी ऐसा ही किया। जगदेव की गिरफ्तारी से इलाके में आक्रोश फैल गया है और स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई है और इसे सत्तारूढ़ दल की साजिश करार दिया है।
इससे पहले शनिवार को विधायक अपनी पत्नी के साथ वोट डालने एक बूथ पर गए थे, तभी उन पर आरोप लगा कि उन्होंने ईवीएम को पलट दिया। पीठासीन अधिकारी की शिकायत के आधार पर पुलिस ने जगदेव को बेगुनिया से हिरासत में लिया, जहां से उन्हें रिजर्व पुलिस कैंप ले जाया गया। इस बीच विधायक को मेडिकल जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इससे पहले, विधायक प्रशांत जगदेव ने बूथ के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच की मांग को लेकर बोलगढ़ पुलिस स्टेशन में प्रदर्शन किया था। कहा जा रहा है कि बीजद ने ईवीएम तोड़ने के विवाद को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी से संपर्क किया था। विधायक की गिरफ्तारी के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए खुर्दा के एसपी अविनाश कुमार ने कहा कि बेगुनिया के कौंरीपाटना के बूथ नंबर-114 के पीठासीन अधिकारी ने शिकायत की कि विधायक प्रशांत जगदेव बूथ में घुस गए, जहां उन्होंने गड़बड़ी की और ईवीएम बॉक्स को नुकसान पहुंचाया। विधायक पर मतदान प्रक्रिया को बाधित करने और पीठासीन अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया गया था। इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि हम बूथ के सीसीटीवी फुटेज के लिए जिलाधिकारी को आवेदन देंगे। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी।