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लोकसभा की छह तथा विधानसभा की 42 सीटों पर शाम पांच बजे तक 59.60 प्रतिशत मतदान
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ईवीएम में गड़बड़ी की कुछ रिपोर्ट को छोड़कर 10,581 मतदान केंद्रों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा
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संबलपुर में सबसे अधिक 65.91 फीसदी तथा भुवनेश्वर में सबसे कम 53.54 फीसदी मतदान
भुवनेश्वर। ओडिशा में लोकसभा की छह और विधानसभा की 42 सीट पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्वक शनिवार को शाम पांच बजे तक 59.60 प्रतिशत तथा अपराह्न तीन बजे तक करीब 48.44 प्रतिशत मतदान हुआ।
संबलपुर, केंदुझर, ढेंकानाल, कटक, भुवनेश्वर और पुरी लोकसभा सीट के साथ ही इन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आने वाली 42 विधानसभा सीट पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ।
ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एनबी धाल ने बताया कि ईवीएम में गड़बड़ी की कुछ रिपोर्ट को छोड़कर 10,581 मतदान केंद्रों पर अब तक मतदान शांतिपूर्ण रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि शाम पांच बजे तक 59.60 प्रतिशत मतदान हुआ। संबलपुर में 65.91 फीसदी, केंदुझर में 62.43 फीसदी, ढेंकानाल में 60.88 फीसदी, कटक में 54.36 फीसदी, पुरी में 61.17 फीसदी तथा भुवनेश्वर में 53.54 फीसदी मतदान हुआ।
इससे पहले अपराह्न तीन बजे तक 94.48 लाख से अधिक मतदाताओं में से 48.44 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। उन्होंने बताया कि केंदुझर में सबसे अधिक 53.29 प्रतिशत मतदान हुआ। उन्होंने बताया कि संबलपुर में 52.77 प्रतिशत, ढेंकानाल में 50.40 प्रतिशत, पुरी में 48.71 प्रतिशत, कटक में 43.52 प्रतिशत और भुवनेश्वर में 42.53 प्रतिशत मतदान हो चुका था। धाल ने कहा कि तीन बजे तक अब तक 160 मतदान इकाइयों, 170 नियंत्रण इकाइयों और 390 वीवीपैट को बदला था, क्योंकि मतदान शुरू होने से पहले किए गए अभ्यास के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी पाई गई थी।
मतदान केंद्र में दो की मौत
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नयागढ़ विधानसभा क्षेत्र के भापुर इलाके में एक मतदान केंद्र पर एक बुजुर्ग महिला मतदाता बीमार पड़ गई थी। उन्होंने बताया कि इस महिला की अस्पताल में मौत हो गई, जबकि ढेंकानाल लोकसभा सीट में हिंदोल विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत एक मतदान केंद्र पर एक मतदान एजेंट की मौत हो गई। इस चरण में 35,000 सुरक्षा कर्मियों और 70,000 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है।
इन नेताओं का भाग्य ईवीएम में बंद
इस चरण में जिन प्रमुख नेताओं की चुनावी किस्मत का फैसला होगा, उनमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, बीजू जनता दल (बीजद) के संगठनात्मक सचिव और विधायक प्रणव प्रकाश दास और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्र शामिल हैं।
नवीन, गजपति महाराज और पांडियन ने ध्यानाकर्षण किया
आज मतदान के दौरान ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पैदल चलकर मतदान केंद्र पर पहुंच कर लोगों का ध्यानाकर्षण किया। इनके अलावा पुरी के गजपति महाराज दिव्य सिंहदेव ने भी पुरी में अपना वोट डाला। बीजू जनता दल (बीजद) के वरिष्ठ नेता वीके पांडियन मतदान केंद्र पर ऑटो रिक्शा से पहुंचे और अपना वोट डाला।
मोबाइल फोन पर रोक से हुई दिक्कत
बड़ी संख्या में लोगों ने मतदान स्थलों पर मोबाइल फोन ले जाने पर निर्वाचन आयोग के प्रतिबंध पर निराशा व्यक्त की। कुछ लोगों को मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध के कारण बिना वोट डाले ही अपने घर लौटते देखा गया। उनका आरोप है कि इस तरह के प्रतिबंध की कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। धाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एक बयान में कहा कि चूंकि मतदान केंद्रों के अंदर मोबाइल फोन की अनुमति नहीं है, इसलिए लोग इन्हें मतदान स्थलों के बाहर स्थापित मतदाता सहायता बूथ (बीएलओ द्वारा प्रबंधित) पर जमा करा सकते हैं और मतदान के बाद फोन वापस ले सकते हैं।