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शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए तैनात होंगी सीएपीएफ की 121 कंपनियां
भुवनेश्वर। ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा के तीसरे चरण का चुनाव शनिवार को होगा। राज्य में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गयी है। राज्य में लोकसभा की छह सीटों व विधानसभा की 42 सीटों में कुल 121 कंपनी सीएपीएफ के जवान तैनात किये जाएंगें।
मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि कल जिन छह लोकसभा क्षेत्रों व 42 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होने जा रहा है, वे कुल 12 पुलिस जिलों के अंतर्गत आते हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से संबलपुर में 12 कंपनी, देवगढ़ में दो कंपनी, अनुगूल में 12 कंपनी, ढेंकानाल में 8 कंपनी, मयूरभंज में 2 कंपनी, केन्दुझर में 17 कंपनी फोर्स तैनात किये गये हैं।
इसके साथ-साथ कटक ग्रामीण में 11 कंपनी, कटक अर्बन पुलिस जिले में 8, भुवनेश्वर अर्बल पुलिस डिस्ट्रिक्ट में 13, खुर्दा में 11, पुरी में 11 तथा नयागढ़ में 14 कंपनी सीएपीएफ के जवानों को तैनात किया जाएगा।
लोकसभा की सीटों में संबलपुर, केन्दुझर, ढेंकानाल, कटक, पुरी व भुवनेश्वर शामिल हैं। इन छह लोकसभा सीटों व इनके अधीन आने वाले 42 विधानसभा सीटों के लिए कुल 94 लाख 48 हजार 553 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इसमें से 48 लाख 29 हजार 660 पुरुष तथा 46 लाख 17 हजार 602 महिला मतदाता हैं। तीसरे लिंग के 1291 मतदाता हैं। इस चरण में कुल 10,515 मतदान केन्द्र व 36 अतिरिक्त मतदान केन्द्र हैं। 15 सौ मतदान केन्द्र महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित होंगे।
बताया गया है कि छह संसदीय क्षेत्रों में कुल 94 प्रत्याशी, जबकि 42 विधानसभा क्षेत्रों में 383 प्रत्याशी मैदान में हैं। कुचिंडा, रेढ़ाखोल व देवगढ़ के अलावा सभी स्थानों पर सुबह सात बजे से शाम के छह बजे तक मतदान होगा।
20 प्रतिशत बूथ संवेदनशील
शुक्रवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, डीजीपी अरुण कुमार षाड़ंगी ने कहा कि छह लोकसभा और 42 विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित होने वाली मतदान प्रक्रिया के तीसरे चरण के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुल 35,000 राज्य पुलिस और अर्धसैनिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जाएगा। मतदान 7,646 स्थानों पर स्थित 10,551 बूथों पर होगा, जिनमें से लगभग 20 प्रतिशत बूथ कथित तौर पर संवेदनशील बूथ हैं।
ओडिशा सशस्त्र पुलिस की 106 प्लाटून होगी तैनात
उन्होंने बताया कि चुनाव के सुचारू और शांतिपूर्ण संचालन के लिए अर्धसैनिक बलों की 121 कंपनियां, ओडिशा सशस्त्र पुलिस की 106 प्लाटून और 19,865 नागरिक पुलिस बल तैनात किए गए हैं। इस उद्देश्य के लिए 43 अतिरिक्त एसपी, 95 डीएसपी, 238 इंस्पेक्टर, 2160 एसआई, 10,212 सशस्त्र और निहत्थे कांस्टेबल और हवलदार, 7,117 होम गार्ड और ग्राम राखी तैनात की जाएंगी।
अतिरिक्त अर्धसैनिक सुरक्षा कर्मियों की 20 कंपनियां आवंटित
डीजीपी ने बताया कि चूंकि अन्य राज्यों में चुनाव समाप्त हो चुके हैं, चुनाव आयोग ने हमें अतिरिक्त अर्धसैनिक सुरक्षा कर्मियों की 20 कंपनियां आवंटित की हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय चुनाव के प्रथम चरण में हमने छत्तीसगढ़ को 1200 होम गार्ड उपलब्ध कराये थे और बदले में उन्होंने हमें 1000 जवान प्रदान किए हैं, जो 25 मई को ओडिशा में चुनाव ड्यूटी पर होंगे।
संबलपुर, खुर्दा, केंदुझर और कटक में तैनात होंगे पांच आईपीएस
उन्होंने बताया कि संवेदनशील बूथों को ध्यान में रखते हुए हमने संबलपुर, खुर्दा, केंदुझर और कटक में एएसपी रैंक के पांच युवा आईपीएस अधिकारियों को तैनात किया है। बूथ स्तर पर पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल तैनात रहेंगे और एक मोबाइल पेट्रोलिंग टीम 10-12 बूथों पर सुरक्षा व्यवस्था का ख्याल रखेगी। एक इंस्पेक्टर कुछ बूथों वाले सेक्टर का प्रभारी होगा। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र को दो भागों में बांटा गया है और एक डीएसपी वहां की सुरक्षा व्यवस्था का प्रभारी होगा। एक अतिरिक्त एसपी रैंक का अधिकारी उन सभी विधानसभा क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था का प्रभारी होगा, जहां तीसरे चरण में मतदान होगा। हमने अतिरिक्त एसपी रैंक के 42 विधानसभा पर्यवेक्षक अधिकारियों को तैनात किया है।
कुल 84 डीएसपी तैनात
डीजीपी ने बताया कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुल 84 डीएसपी होंगे। एक विधानसभा क्षेत्र के लिए दो-दो तैनात किए गए हैं। हमने 42 विधानसभा क्षेत्रों को 231 सेक्टरों में विभाजित किया है। हमने प्रत्येक संवेदनशील बूथ पर सीएपीएफ के एक या आधे सेक्शन को भी तैनात किया है। चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार, सभी बूथों पर अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। हमने कुल 763 मोबाइल पार्टियों का गठन किया है और वे चल रहे चुनावों में सुरक्षा व्यवस्था की रीढ़ हैं।