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आपस में मतभेद को बीजद और कांग्रेसी बने रहे था मुद्दा
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सभी नेताओं ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर जमकर बोला हमला
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कहा-सत्ता में बने रहने के अधिकारी नहीं
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पुरी श्रीमंदिर परिक्रमा परियोजना को लेकर राज्य सरकार पर अपराजिता ने बोला हमला
भुवनेश्वर। ओडिशा प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेताओं ने एक यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में एक साथ बैठक पार्टी के अंदर की एकता दिखाई। बीजद और कांग्रेस के नेता समय समय पर आरोप लगा रहे थे कि भाजपा के अंदर मतभेद है, जिसका आज शीर्ष नेताओं करार जवाब दिया और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला।
बीजद नेता वीके पांडियन द्वारा कंधमाल दंगों के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराने के कुछ दिनों बाद आज पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता प्रताप षाड़ंगी ने सोमवार को विश्व हिन्दू परिषद के नेता स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को दोषी ठहराते हुए ओडिशा के लोगों से मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। इस संवाददाता सम्मेलन में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल के साथ-साथ भाजपा के केंद्रीय प्रवक्त व भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षाड़ंगी, बैजयंत पंडा, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान उपस्थित थे
अपराजिता ने भूमि पुत्र को काम सौंपने पर उठाये सवाल
भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षाड़ंगी ने कहा कि श्रीमंदिर परिक्रमा प्रकल्प का काम बिना किसी पूर्व विशेषज्ञता वाली दक्षिण भारतीय कंपनी ‘भूमि पुत्र’ को सौंपने पर बीजद सरकार से सवाल किया। उन्होंने कहा कि मैं वीके पांडियन से पूछना चाहती हूं, कि जो बड़ा बाबू (मुख्यमंत्री) बनने के लिए बेताब हैं, इस वास्तुशिल्प फर्म को 4200 करोड़ रुपये की परियोजना सौंपने के पीछे क्या मकसद था। हम लोगों से फर्म की साख की जांच करने का आग्रह करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कभी भी राज्य में किसी भी विकास कार्य का विरोध नहीं किया है।
कंपनी ने डीपीआर को वेबसाइट से हटाया
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा प्राचीन स्मारक और पुरातत्व स्थल और अवशेष अधिनियम (या एएमएएसआर अधिनियम) के उल्लंघन को सामने लाने के बाद कंपनी द्वारा तैयार की गई डीपीआर को अपनी वेबसाइट से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके बजाय सरकार को सही डीआरपी तैयार करने में मदद करने के लिए हमें धन्यवाद देना चाहिए।
तमिलनाडु को सस्ती बिजली क्यों
अपराजिता ने कहा कि तमिलनाडु जेनरेशन डिस्ट्रीब्यूशन कॉर्पोरेशन ओडिशा से 2.52 पैसे प्रति यूनिट बिजली खरीद रहा है, जबकि राज्य के उपभोक्ताओं से 2.82 पैसे प्रति यूनिट बिजली ली जा रही है। उन्होंने पूछा कि ओडिशा तमिलनाडु को कम दरों पर बिजली क्यों प्रदान कर रहा है, जबकि अपने उपभोक्ताओं से अधिक शुल्क ले रहा है?
उन्होंने कहा कि एक महत्वपूर्ण निर्णय लेने का समय आ गया है और मैं राज्य के लोगों से पूछना चाहती हूं कि क्या हम नेताओं को चुनने जा रहे हैं या कृतदास (गुलामों) को।
कठपुतली की तरह नियंत्रित हो रही सरकार – पंडा
भाजपा नेता बैजयंत पंडा ने प्रेसवार्ता में कहा कि यह चिंता का विषय है कि ओडिशा सरकार को आउटसोर्स कर दिया गया है। ओडिशा के लोगों ने जिन्हें (मुख्यमंत्री नवीन पटनायक) वोट देकर सत्ता सौंपी थी, उन्हें कठपुतली की तरह नियंत्रित किया जा रहा है और उनके एआई-जनरेटेड और डीपफेक वीडियो प्रचलन में है। ओडिशा के लोगों को यह जानने का अधिकार है कि क्या सीएम वास्तव में उन वीडियो में उनसे बात कर रहे हैं।
प्रधान ने पलायन का मुद्दा उठाया
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पूछा कि यदि ओडिशा को एक सक्षम सरकार द्वारा प्रशासित किया जाता है, जैसा कि बीजद द्वारा दावा किया गया है, तो गंजाम जिले के लोग सूरत की ओर पलायन क्यों कर रहे हैं। जब मैंने राजनीतिक लाभ लेने के लिए ओडिशी संगीत को शास्त्रीय दर्जा देने सहित गैर-मौजूद विषयों पर बात करने के लिए बीजद और उसके मुख्यमंत्री को बेनकाब किया, तो उन्होंने मुझे अन्य राज्यों से राज्यसभा के लिए चुने जाने के कारण प्रवासी कहा। उन्होंने कहा कि देश के किसी भी राज्य के संगीत को ‘शास्त्रीय संगीत’ के रूप में मान्यता देने का कोई प्रावधान नहीं है। क्या जो मुद्दा प्रावधान में नहीं है, उस पर बार-बार सवाल उठाना सही है?
गैंग्स ऑफ वासेपुर पर शासन हाईजैक – प्रधान
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गैंग्स ऑफ वासेपुर फिल्म की तरह एक समूह है, जिसने ओडिशा में शासन को हाईजैक कर लिया है और इसमें कोई ओड़िया नहीं है। विकास और ओडिया अस्मिता हमारा मुख्य मुद्दा है। हिन्जिली से अधिक लोग गुजरात क्यों जा रहे हैं? भाजपा भाषा, साहित्य, संस्कृति, इतिहास, परंपरा और विकास में विश्वास रखने वाली पार्टी है। ये संवेदनशील मुद्दे आज ओडिशा में एक बड़ा सवाल हैं। ओडिशा को इस स्थिति से बाहर लाना होगा।
ओडिशा में बाल मृत्यु दर 36
गुजरात और ओडिशा पर बीजद नेता वीके पांडियन के तुलनात्मक आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देते हुए धर्मेंद्र ने कहा कि ओडिशा में बाल मृत्यु दर (आईएमआर) 36 और गुजरात में 23 है, जबकि राष्ट्रीय दर 28 है।
हां, हम राज मिस्त्री हैं – धर्मेंद्र
उन्होंने कहा कि मुझे राज मिस्त्री भी कहते थे। हां, हम राज मिस्त्री हैं, जबकि बड़े राज मिस्त्री देश के भविष्य को आकार देने के लिए दिल्ली में बैठे हैं, हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ओडिशा के भविष्य को आकार देने के लिए यहां हैं। इसलिए मुझे राज मिस्त्री कहने के लिए मैं उन्हें (बीजद को) बधाई देता हूं।
25 वर्षों में ओडिशा विफल रहा
धर्मेंद्र ने कहा कि सत्तारूढ़ बीजद ने पिछले 25 वर्षों में ओडिशा को विफल कर दिया है। चाहे वह प्रति व्यक्ति आय हो, पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं या महिलाओं की सुरक्षा और संरक्षा, यह ओडिशा में शासन में बदलाव का समय है।