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दोपहर एक बजे तक 53.34 प्रतिशत का प्रभावशाली मतदान दर्ज
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सबसे अधिक मतदान तलकांति के मतदान केंद्र (86%) में हुआ
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73.68% मतदान के साथ दूसरे नंबर पर रहा गुमेल पदर का मतदान केंद्र
कोरापुट। ओडिशा में एक साथ हो रहे लोकसभा और विधानसभा के चुनावों में कोरापुट के विवादित कोटिया के लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। लोगों के उत्साह के कारण सोमवार को दोपहर 1 बजे तक ग्राम पंचायत में 53.34 प्रतिशत का प्रभावशाली मतदान दर्ज किया गया। दो मतदान केंद्रों काफी तेज और रिकार्ड तोड़ मतदान हुआ है।
ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) निकुंज बिहारी धाल ने कहा कि कोटिया ने एक उदाहरण स्थापित किया है। कोटिया लोग पहले चरण के मतदान में उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं और नौ मतदान केंद्रों पर 53 प्रतिशत से अधिक मतदाता दोपहर एक बजे तक मतदान कर चुके हैं।
सीईओ ने कहा कि सबसे अधिक मतदान तलकांति के मतदान केंद्र (86%) में दर्ज किया गया है, इसके बाद गुमेल पदर के मतदान केंद्र (73.68%) का नंबर आता है।
कोरापुट जिले के पोटांगी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले कोटिया में लगभग 5510 मतदाता हैं, जिनमें 2913 महिलाएं शामिल हैं।
आंध्र और ओडिशा में जारी है बर्चस्व की लड़ाई
उल्लेखनीय है कि ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बीच क्षेत्रीय विवादों के कारण कोटिया क्षेत्र लंबे समय से विवाद का केंद्र रहा है। क्षेत्र के निवासियों को अक्सर इस बात को लेकर दुविधा का सामना करना पड़ता था कि किस राज्य में मतदान किया जाए।
कोटिया समूह में आंध्र प्रदेश की सीमा पर कोरापुट जिले में सुदूर पहाड़ियों के बीच बसे 21 गांव शामिल हैं।
आंध्र की उम्मीदों पर पानी फिरा
आंध्र प्रदेश सरकार की कार्रवाइयों ने भ्रम को और बढ़ा दिया था, क्योंकि उन्होंने कोटिया मतदाताओं को विभिन्न प्रोत्साहनों से प्रभावित करने का प्रयास किया। इससे संभवना थी कि उनके मतदान निर्णय प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन लोगों ने आज मतदान की प्रक्रिया में शामिल होकर जो उत्साह दिखाया, उससे आंध्र प्रदेश की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
उल्लेखनीय है कि पहले जयपुर जमींदारी के नियंत्रण में रहने वाले कोटिया को राज्य की स्थापना के समय ओडिशा में एकीकृत किया गया था। हालांकि, 1971 में एक विवाद उत्पन्न हुआ जब आंध्र प्रदेश ने कोटिया पर दावा किया, जिससे तनाव जारी रहा।