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कहा- बीजद ने गांजा तस्कर की पत्नी को पार्टी का टिकट देकर मेरे साथ अन्याय किया
भुवनेश्वर। टिकट नहीं मिलने के बाद बीजद छोड़ने वाले अनुभव पटनायक ने पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। पार्टी से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि बीजद ने गांजा तस्कर की पत्नी को पार्टी का टिकट देकर मेरे साथ अन्याय किया है। पटनायक ने शुक्रवार को खंडापड़ा विधानसभा सीट के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया।
पटनायक ने आगे आरोप लगाया कि खंडापड़ा से बीजद उम्मीदवार के पति पर खंडापड़ा ब्लॉक के पूर्व अध्यक्ष गुरुबारी कौंर की हत्या का भी आरोप है।
उन्होंने कहा कि बीजद के गठन के बाद से मैंने अपनी मां विजयलक्ष्मी पटनायक के नेतृत्व में पार्टी के लिए समर्पित रूप से काम किया। मैंने 27 साल तक पार्टी के लिए काम किया। 2019 में टिकट से वंचित होने के बावजूद मैंने नवीन पटनायक के निर्देश पर बीजद उम्मीदवार का समर्थन किया। दुर्भाग्य से जीतने वाले उम्मीदवार ने खंडापड़ा का दौरा नहीं किया और विकास और लोगों के लिए काम नहीं किया।
पटनायक ने कहा कि उन्होंने पिछले पांच साल तक पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए भी काम किया और सोचा कि उन्हें लोगों की सेवा करने का मौका दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लेकिन इस बार भी उनके साथ अन्याय हुआ, क्योंकि ऐसे व्यक्ति की पत्नी को टिकट दिया गया जिस पर अवैध गांजा व्यापार और हत्या मामले का वारंट है।
2004 में एक गांजा व्यापारी को बीजद ने खंडापड़ा से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया था और वह चुनाव हार गया। इसी तरह, पिछले चुनाव में, बाहर के एक व्यक्ति को खड़ापड़ा से चुनाव लड़ने की अनुमति दी गई थी, लेकिन उसने क्षेत्र के लोगों के लिए कुछ नहीं किया। टिकट नहीं मिलने के बाद पटनायक ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
इस बीच, पटनायक के आरोपों पर बीजद नेताओं या खड़ापड़ा उम्मीदवार से संपर्क नहीं हो सका था। अनुभव 2014 में खंडापड़ा से बीजद के टिकट पर विधानसभा के लिए चुने गए थे, लेकिन बीजद ने 2019 में सौम्य रंजन पटनायक को निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा। इस बार, बीजद ने सावित्री प्रधान को खंडापड़ा विधानसभा सीट से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। बीजद की खंडापड़ा उम्मीदवार सावित्री भापुर ब्लॉक की अध्यक्ष हैं।