Home / Odisha / डॉ बीआर अम्बेडकर के जीवन और योगदान पर व्याख्यान आयोजित

डॉ बीआर अम्बेडकर के जीवन और योगदान पर व्याख्यान आयोजित

कोरापुट। भारत रत्न बाबासाहेब डॉ बीआर अम्बेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर ओडिशा केंद्रीय विश्वविद्यालय ने सुनाबेड़ा परिसर में ‘डॉ बीआर अम्बेडकर के जीवन और योगदान’ पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया। इस अवसर पर प्रख्यात शिक्षाविद् और डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद के पूर्व कुलपति, प्रोफेसर बालू आनंद चोपड़े और संयुक्त रजिस्ट्रार, विश्व-भारती, डॉ प्रशांत मेश्राम भी उपस्थित थे। विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो चक्रधर त्रिपाठी ने समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर रजिस्ट्रार एवं वित्त अधिकारी प्रो एनसी पांडा, अकादमिक एवं प्रशासन सलाहकार प्रोफेसर वीसी झा भी उपस्थित थे। राजभाषा प्रकोष्ठ के प्रभारी निदेशक प्रोफेसर हेमराज मीणा ने स्वागत भाषण दिया।

प्रोफेसर त्रिपाठी ने डॉ अम्बेडकर की गहरी शिक्षाओं पर जोर दिया और एक दूरदर्शी विश्व आइकन और राष्ट्र के सच्चे वास्तुकार के रूप में अपना आभार व्यक्त किया। उन्होंने विश्वविद्यालय समुदाय को डॉ अम्बेडकर के जीवन, शिक्षाओं और योगदान को देखने और सामाजिक और राष्ट्रीय प्रगति में सक्रिय योगदान के लिए प्रेरित होने की सलाह दी।

डॉ. बीआर अम्बेडकर की अद्वितीय महानता पर प्रकाश डालते हुए प्रो चोपड़े ने ज्ञान के प्रतीक के रूप में उनके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला, विशेष रूप से कोलंबिया विश्वविद्यालय में उनकी उल्लेखनीय शैक्षणिक यात्रा का उल्लेख किया। उन्होंने एक बुद्धिमान, समाज सुधारक, वकील, अर्थशास्त्री और महिला सशक्तिकरण सहित विभिन्न उद्देश्यों के लिए भारत के संविधान निर्माता डॉ अंबेडकर की बहुमुखी प्रतिभा पर जोर दिया।

डॉ मेश्राम ने अंबेडकर की जयंती के अवसर पर दुनिया भर में मनाए जा रहे वैश्विक सम्मान पर प्रकाश डाला। भारतीय संविधान के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण में प्रमुख संस्थानों और नीतियों की स्थापना में उनके प्रयासों तक, उन्होंने डॉ अम्बेडकर के बहुमुखी योगदान पर जोर दिया।

प्रो झा ने अपनी कानूनी विशेषज्ञता और नीतिगत हस्तक्षेपों के माध्यम से आधुनिक भारत के निर्माण में डॉ अम्बेडकर की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डॉ अम्बेडकर की दूरदृष्टि देश को प्रगति और उत्कृष्टता की ओर ले जा रही है।

प्रोफेसर पंडा ने डॉ अम्बेडकर की तुलना भारत के सबसे सम्मानित संतों में से एक से की और सामाजिक प्रगति के प्रति उनके अटूट समर्पण पर प्रकाश डाला और प्राचीन शास्त्रों की शिक्षाओं के साथ समानताएं खींचीं।

प्रोफेसर मीणा ने कार्यक्रम का समन्वय किया और सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया। विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ फगुनाथ भोई ने कहा कि शिक्षकों, अधिकारियों, छात्रों और शोधकर्ताओं ने व्याख्यान में भाग लिया और डॉ बीआर अंबेडकर की स्थायी परंपरा को श्रद्धांजलि अर्पित की।

Share this news

About desk

Check Also

IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

केन्दुझर में पोल्ट्री से लदा वाहन पलटा

स्थानीय लोग मुर्गे ले जाने के लिए दौड़े भुवनेश्वर। केन्दुझर जिले के चिलदा के पास …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *