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जांच में जुटी पुलिस
कोरापुट। कोरापुट जिले में सदर थाना अंतर्गत एक व्यक्ति को कथित तौर पर सोने जैसा दिखने वाला शंख देकर ठगने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने इस सिलसिले में आज दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की पहचान कोरापुट के सदर थानांतर्गत लिटिमालिगुडा गांव के राम चंद्र खोसला के पुत्र चित्रसेन खोसला (38) और जिले के बी सिंगपुर पुलिस सीमा के अंतर्गत भलियागुड़ा गांव के गिरिधर खोरा के पुत्र मानस खोरा (22) उर्फ चांडाल के रूप में की गई।
पीड़ित व्यक्ति की पहचान कोरापुट के नंदपुर थाना अंतर्गत खड़गपुट गांव के नारायण अरालये के पुत्र धनपति अरालये (40) के रूप में हुई है। उन्होंने 8 मार्च को एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया था कि जब जिले में गौसुरक्षा एवं पर्यावरण बहाली से संबंधित कार्यक्रम को लेकर वह जागरूकता अभियान चला रहे थे, तब वह पहले चित्रसेन के संपर्क में आए थे। इसके बाद में चित्रसेन ने धनपति को बताया कि मानस के पास एक सोने का शंख है और वह इसे 5 लाख रुपये में बेच देगा, लेकिन खुले बाजार में इसकी वास्तविक कीमत लगभग 4 करोड़ रुपये है।
धनपति ने अपने दोस्त सरोज खिल्ला के साथ मिलकर पिछले साल 19 अगस्त को चित्रसेन को 4,35,000 रुपये नकद दिए थे और सोने जैसा दिखने वाला एक शंख लिया था। अगले दिन फरियादी ने एक सुनार से शंख की जांच कराई तो पता चला कि यह सोने का शंख नहीं है और चित्रसेन ने उसके साथ धोखा किया।
पीड़ित तुरंत चित्रसेन के पास गया और भुगतान किये गये पैसे वापस करने को कहा। हालांकि, चित्रसेन ने तब पैसे वापस करने से इनकार कर दिया और उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने दोबारा पैसे वापस करने के लिए कहा तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
एफआईआर पर कार्रवाई करते हुए सदर पीएस आईआईसी ने मामला (संख्या-77, दिनांक 08.04.2024, आईपीसी की धारा 420/506 के तहत) दर्ज किया और अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को मामले की जांच करने का निर्देश दिया।
जांच के दौरान पता चला कि चित्रसेन ने पत्रकार होने का नाटक किया था। शंख दिखाकर वह पहले भी कई लोगों को ठग चुका है, लेकिन उसके खिलाफ शिकायतें दर्ज की गई थीं। सदर आईआईसी ने कहा कि धोखाधड़ी मामले की विस्तृत जांच चल रही है।