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ओडिशा में भी भीषण गर्मी को लेकर गाइड लाइन जारी

  • विशेष राहत आयुक्त गर्मी से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए

  • पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश

भुवनेश्वर। ओडिशा में गर्मी की लहर को देखते हुए विशेष राहत आयुक्त सत्यब्रत साहू ने सभी विभागों के समन्वय पर जोर दिया है और गर्मी से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। बताया गया है कि राज्य में हीट वेव के प्रबंधन के लिए राज्य, जिला और शहर हीट एक्शन प्लान को अद्यतन किया जाएगा। हीट वेव और हीट स्ट्रेस प्रबंधन पर जिला स्तरीय ओरिएंटेशन दिया जा सकता है। लू से कोई जनहानि न हो, इसके सभी प्रयास किये जाने को कहा जा सकता है।

इसके साथ ही पंचायती राज और पेयजल (पीआर और डीडब्ल्यू) और आवास और शहरी विकास (एच एंड यूडी) विभागों को पानी की कमी वाले क्षेत्रों, गांव, टोला या वार्ड की पहचान करने और क्षेत्रों में पानी के टैंकर के माध्यम से पीने और अन्य उपयोग के लिए पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।

इसके साथ ही दोनों विभागों को बाजारों, बस स्टैंडों और अन्य समागम स्थलों पर पेयजल सेवा केंद्र, जल छत्र खोलने के साथ-साथ ट्यूबवेलों और पाइप जलापूर्ति प्रणालियों के निवारक रखरखाव के लिए भी निर्देशित किया गया है।

दोपहर में सार्वजनिक भवन होंगे आश्रय स्थल

उपरोक्त विभागों को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शहरी आश्रयों, सामुदायिक भवनों और अन्य सार्वजनिक भवनों का उपयोग बेघर और जरूरतमंद लोगों के लिए दिन के समय में आराम करने के लिए आश्रय स्थल के रूप में तब्दील करने के लिए कहा गया है।

जल भंडारों से पानी छोड़ने की सलाह

जल संसाधन विभाग को आवश्यकता के आधार पर जल भंडारों से नहरों के माध्यम से पानी छोड़ने का निर्देश दिया गया है।

मत्स्य पालन एवं एआरडी विभाग को आवारा पशुओं के लिए जलाशयों के निर्माण या मरम्मत के लिए निर्देश दिया गया है।

शैक्षणिक संस्थानों में पानी और ओआरएस रखें

इसके साथ ही स्कूल और एमई, उच्च शिक्षा और एसडीटीई विभागों को स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक, तकनीकी संस्थानों में पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है। परिसर के अंदर ट्यूबवेलों की मरम्मत करने, स्कूलों, कॉलेजों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस रखने तथा बाहरी गतिविधियों को प्रतिबंधित करने को कहा गया है। लू की स्थिति के आधार पर स्कूलों का समय पुनर्निर्धारित किया जा सकता है।

आंगनबाड़ी केंद्रों में पानी रखें

महिला एवं सीडी विभाग को निर्देश दिया गया है कि आंगनबाड़ी केंद्र केवल सुबह के समय खुले रह सकते हैं। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पोर्टेबल पानी की उपलब्धता की जांच और सुनिश्चित की जानी चाहिए। आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के पास पर्याप्त ओआरएस पैकेट भी उपलब्ध होने चाहिए।

हीट स्ट्रोक रोगी कक्ष तैयार रखने का निर्देश

इसके साथ ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को पीएचसी, सीएचसी, डीएचएच में हीट स्ट्रोक रोगी कक्ष तैयार रखने के लिए कहा गया है। जीवन रक्षक दवाओं, सेलाइन, ओआरएस का भंडारण करने, सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा संगठनों द्वारा आईईसी सामग्रियों के माध्यम से जागरूकता पैदा करने को कहा गया है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, ओएसडीएमए को गर्मी के तनाव और गर्मी की लहर प्रबंधन पर सभी जिला स्तरीय चिकित्सा अधिकारियों और सभी 377 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए निर्देशित किया गया है।

पीक आवर्स में बसें न चलाएं

वाणिज्य एवं परिवहन (परिवहन) विभाग को हीटवेव के प्रभाव को देखते हुए बस समय के पुनर्निर्धारण पर विचार करने का निर्देश दिया गया है और पीक आवर्स में बसों को चलाने से बचने की सलाह दी गई है। सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में पेयजल एवं प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स की व्यवस्था की जायेगी।

मजदूरों की कार्यावधि करें पुनर्निर्धारित

श्रम एवं ईएसआई विभाग को बनाये जाने वाले कार्यस्थलों पर आश्रय, पेयजल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। मजदूरों और कामगारों के लिए काम के घंटों का समय लू की स्थिति के आधार पर पुनर्निर्धारित किया जा सकता है। ऊर्जा विभाग को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।

जंगल की आग से निपटने पर जोर

वन, पर्यावरण और सीसी विभाग को स्थानीय समुदायों, वन सुरक्षा समितियों, पीआरआई सदस्यों, एसएचजी समूह और अन्य समितियों को शामिल करके जंगल की आग से निपटने और गर्मी की लहर की स्थिति के दौरान जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए विभिन्न सामुदायिक जागरूकता गतिविधियां आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। चिड़ियाघर या संबंधित स्थानों में जानवरों के लिए पीने के पानी की आपूर्ति करने को कहा गया है। शहरी वनीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा सकती है।

जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, ओएसडीएमए को मानव और पशुधन की सुरक्षा के लिए हीटवेव जागरूकता पोस्टर, पत्रक, जोखिम की पहचान करने पर जागरूकता अभियान, “क्या करें और क्या न करें” की आपूर्ति करने का निर्देश दिया गया है।

घर ठंडा रखने को छत पर करें सफेद पेंटिंग

घर के अंदर के वायुमंडलीय तापमान को कम करने के लिए ठंडी छत प्रौद्योगिकी यानी छतों की सफेद पेंटिंग की अवधारणा पर जागरूकता लाई जा सकती है।

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