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बीजद को चुनावी बांड से 944.5 करोड़ रुपये का चंदा मिला

  • आदित्य बिड़ला समूह अपनी सहयोगी कंपनियों के साथ दानदाताओं की सूची में शीर्ष पर

  • ओडिशा में सत्तारूढ़ पार्टी को दिया 260 करोड़ रुपये का दान

  • जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड ने तीन किश्तों में 95 करोड़ रुपये दिए

भुवनेश्वर। ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) को चुनावी बांड के जरिए 944.5 करोड़ रुपये का चंदा मिला है। आदित्य बिड़ला समूह अपनी सहयोगी कंपनियों के माध्यम से ओडिशा में सत्तारूढ़ पार्टी को 260 करोड़ रुपये का दान देकर दानदाताओं की सूची में शीर्ष पर है।

सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) द्वारा साझा किया गया डेटा अपलोड करने के बाद यह रहस्य खुलकर सामने आ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, आदित्य बिड़ला ग्रुप की सहयोगी एस्सेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने बीजद को चार किश्तों में 174.5 करोड़ रुपये का चंदा दिया है। यह कंपनी क्रमशः केंदुझर और अनुगूल में लौह अयस्क और कोयला निकाल रही है। यह रायगड़ा में बॉक्साइट से स्टील का उत्पादन भी कर रही है। बिड़ला ग्रुप की अन्य सहयोगी कंपनी उत्कल एल्युमिना ने चार चरणों में 55 करोड़ रुपये का दान दिया। इसी तरह, ग्रासिम इंडस्ट्रीज और बिड़ला कार्बन इंडिया लिमिटेड ने क्रमशः 20 करोड़ रुपये और 10 करोड़ रुपये का दान दिया।

अन्य दानदाताओं में जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड ने तीन किश्तों में 95 करोड़ रुपये का दान दिया है। इसी तरह जिंदल स्टेनलेस स्टील, रूंगटा संस, एसएन मोहंती ग्रुप, वेदांत, रश्मी सीमेंट, पेंगुइन ट्रेडिंग एंड एजेंसी, ओडिशा मेटालिक्स और काइपी एंटरप्राइजेज ने क्रमशः 45 करोड़ रुपये, 50 करोड़ रुपये, 45 करोड़ रुपये, 40 करोड़ रुपये, 45 करोड़ रुपये 30 करोड़ रुपये, 9 करोड़ रुपये और 10 करोड़ रुपये दान में मिला है।

बीजद को दो शराब कंपनियों से भी चंदा मिला है। पश्चिम बंगाल स्थित शराब कंपनियों, लक्ष्मी इंडस्ट्रियल बॉटलिंग प्लांट और कैसल लिकर प्राइवेट लिमिटेड ने क्रमशः 10 करोड़ रुपये और 5 करोड़ रुपये का दान दिया।

कांग्रेस नेता बिजय पटनायक ने कहा कि ओडिशा में बॉक्साइट और अन्य खनिजों का समृद्ध भंडार है। इनमें वैल्यू एडिशन कर वे भारी मुनाफा कमा रहे हैं। वे उस लाभ का एक हिस्सा चुनावी बांड के माध्यम से पार्टी को दे रहे हैं। आप नहीं जानते कि इस बांड से क्या भुगतान किया जा रहा है। यह उन्हें पता है कि कौन दे रहा है और कौन ले रहा है।

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