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बंगाल, झारखंड और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों के एसपी और रेंज डीआईजी थे मौजूद
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शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने और हथियारों, अवैध हथियारों, नशीले पदार्थों और नकदी की तस्करी को रोकने पर जोर
भुवनेश्वर। ओडिशा में लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा के चुनाव को लेकर डीजीपी अरुण कुमार षाड़ंगी ने सोमवार को एक सहयोग बैठक की।
बैठक के बाद यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए ओडिशा के डीजीपी अरुण कुमार षाड़ंगी ने बताया कि आज हमारी एक सहयोग बैठक थी। बैठक में बंगाल, झारखंड और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों के एसपी और रेंज डीआईजी मौजूद थे। हमारी ओर से सीमावर्ती क्षेत्रों के अधिकारी बैठक में शामिल हुए। इंटेलिजेंस और ऑपरेशंस विंग के उनके वरिष्ठ भी मौजूद थे।
षाड़ंगी ने कहा कि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने और हथियारों, अवैध हथियारों, नशीले पदार्थों और नकदी की तस्करी को रोकने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के लिए भारतीय के चुनाव आयोग (ईसीआई) के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए सहयोग बैठक आयोजित की गई थी।
उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान विशेष रूप से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में खुफिया जानकारी साझा करने और नक्सल विरोधी अभियानों को मजबूत करने पर चर्चा की गई।
डीजीपी ने कहा कि हमारे सीमावर्ती जिलों के एसपी ने झारखंड, बंगाल और छत्तीसगढ़ के साथ अपने मुद्दों पर चर्चा की। हमने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की है।
डीजीपी ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से बहुत पहले, जनवरी के पहले सप्ताह से राज्य में सीमा चौकियों का संचालन शुरू हो गया है। वाहनों के आवागमन की तीव्रता के आधार पर सीमा चौकियों पर पर्याप्त पुलिस बल और कर्मचारी उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न जांच चौकियों पर भी बरामदगी की गयी है।
यहां डीजीपी के कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक में इंटेलिजेंस निदेशक सौमेंद्र कुमार प्रियदर्शी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर संजय कुमार, आईजी इंटेलिजेंस अनूप साहू, डीआईजी स्पेशल इंटेलिजेंस विंग उमाशंकर दाश और आईजी ऑपरेशंस देवीदत्त सिंह सहित कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शामिल हुए।