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दोनों पार्टियों के बीच संभावित सीट-बंटवारे अनुपात पर टिकी हैं निगाहें
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दोनों पार्टियों के दिग्गज नेताओं के बीच हो चुका है मंथन
हेमंत कुमार तिवारी, भुवनेश्वर। ओडिशा में बीजद-भाजपा गठबंधन लगभग तय हो चुका है। आम चुनाव 2024 से पहले ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बीजू जनता दल (बीजद) के बीच गठबंधन की कवायद तेज हो गईं हैं। दोनों पार्टियों के बीच संभावित सीट-बंटवारे अनुपात पर निगाहें टिकी हैं। कहा जा रहा है कि दोनों पार्टियों के दिग्गज नेताओं के बीच पार्टी के अंदर मंथन हो चुका है तथा 12 मार्च को गठबंधन की घोषणा हो सकती है। गठबंधन को लेकर दोनों पार्टियों की तरफ से संकेत आने शुरू हो चुके हैं।
खबरों की मानें, तो बीजद-भाजपा गठबंधन में भाजपा ओडिशा की 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बीजद को 8 लोकसभा सीटों पर लड़कर संतोष करना पड़ेगा। माना जा रहा है कि लोकसभा सीट बंटवारा लगभग तय है और 13-8 या 14-7 के बीच रहने की संभावना है। हालांकि विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारा अनुपात अभी भी अनिश्चित है।
विशेषज्ञों का मानना है कि बीजद 100-110 सीटें बरकरार रख सकती है और भाजपा को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए 35-45 सीटें दे सकती है।
विश्वसनीय सूत्रों ने कहा कि प्राथमिक स्तर पर दोनों दलों के बीच सीट-बंटवारे का अनुपात पहले ही तय हो चुका है। गठबंधन की आधिकारिक घोषणा 12 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओडिशा यात्रा के दौरान होने की उम्मीद है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व सांसद जुएल ओराम ने कहा कि बुधवार को नई दिल्ली में कोर कमेटी की बैठक में भाजपा-बीजद गठबंधन को लेकर चर्चा हुई। ओराम ने आगे कहा कि गठबंधन के मुद्दे पर अंतिम फैसला भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व करेगा।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में आयोजित कोर कमेटी की बैठक में ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित अन्य लोग शामिल हुए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। वहीं, बीजद के वरिष्ठ नेताओं ने भी बुधवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ भुवनेश्वर में उनके आधिकारिक आवास पर कई बैठकें कीं। भुवनेश्वर में मैराथन बैठक के बाद बीजद के वरिष्ठ नेता देबी प्रसाद मिश्र ने कहा कि सीएम के नेतृत्व में हुई बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। ओडिशा विकास के अगले स्तर की ओर बढ़ रहा है और इस संबंध में नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा प्रयास जारी हैं।
बीजद के वरिष्ठ नेता अरुण साहू ने भी यही बात दोहराई। साहू ने कहा कि हमने कई मुद्दों पर चर्चा की है और कोई भी निर्णय राज्य के हित में लिया जाएगा।
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