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वर्क ऑर्डर के भुगतान की मांग को लेकर एसएचजी सदस्यों का धरना

  • मंदिर का निर्माण होने के बावजूद नहीं मिल रहा है बिल का बकाया पेमेंट

बारिपदा। महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के सदस्यों ने शुक्रवार को मयूरभंज जिले के अंतर्गत ठाकुरमुंडा ब्लॉक कार्यालय के सामने धरना दिया। उन्होंने अपने क्षेत्र में एक शिव मंदिर के निर्माण में बकाया भुगतान न करने का आरोप लगाया। बताया गया है कि ब्लॉक के अंतर्गत चंपाझरा पंचायत की महिला स्वयं सहायता समूह को अपने क्षेत्र में एक शिव मंदिर के निर्माण का कार्य ऑर्डर दिया गया था। उन्होंने विभिन्न स्रोतों से ऋण लेकर मंदिर का निर्माण कार्य पूरा किया। यह आरोप लगाया गया है कि एसएचजी द्वारा बार-बार अनुरोध करने के बावजूद पिछले एक साल से अधिकारियों द्वारा बिल राशि का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे उनमें नाराजगी है।

महिलाओं ने इस संबंध में उड़ीसा उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया था, जिसके बाद अदालत ने जिला कलेक्टर और बीडीओ को 15 दिनों के भीतर उचित सत्यापन के बाद उनके बिल का भुगतान करने का आदेश दिया था।

लेकिन कोर्ट के आदेश के तीन माह हो गये, लेकिन प्रखंड कार्यालय की ओर से उन्हें बिल की राशि भुगतान के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है।

मीडिया को दिए गए एक बयान में एक स्थानीय निवासी रत्नाकर साहू ने कहा है कि हमने अधिकारियों के निर्देशानुसार एक मंदिर का निर्माण किया है। उन्होंने हमें एक फंड से पैसा मुहैया कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन पैसा दूसरे काम में लगा दिया गया और हमें भुगतान नहीं मिला। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने कलेक्टर को 15 दिनों के भीतर हमें पैसे देने का आदेश दिया था, लेकिन अधिकारी कोर्ट के आदेश की भी अवहेलना कर रहे हैं। सात महीने हो गए हमें अभी तक हमारा बकाया नहीं मिला है। हम चाहते हैं कि मंदिर निर्माण के लिए हमें पहले से 5 लाख रुपये की मंजूरी दी जाए। हम कल से धरने पर बैठे हैं, लेकिन न तो बीडीओ और न ही जेई इस मामले पर चर्चा करने के लिए हमारे पास आए हैं। इस संबंध में प्रखंड कार्यालय के अधिकारियों से कोई टिप्पणी नहीं मिल सकी।

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