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मेरे लिए सभी जीवन कीमती – नवीन
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को राज्य के 15 जिलों में 73 आम अस्पताल और 5 सब-डिवीजन डायलिसिस केंद्र जनता को समर्पित किया। इसके साथ ही नवीन ने आईवीआरएस पद्धति और कर्मचारी उपस्थिति प्रणाली के माध्यम से रोगी प्रतिक्रिया संग्रह प्रणाली भी लॉन्च की।
कुल 73 रूपांतरित आम अस्पताल में बरगड़ जिले में 5, सुंदरगढ़ जिले में 7, संबलपुर जिले में 4, ढेंकानाल जिले में 4, केंदुझर जिले में 6, झारसुगुड़ा जिले में 4, जगतसिंहपुर जिले में 5, केंद्रापड़ा जिले में 5, मयूरभंज जिले में 9, गंजाम जिले में 13, कलाहांडी जिले में 4, रायगड़ा जिले में 4, नुआपड़ा जिले में 2, मालकानगिरि जिले में 2 और कंधमाल जिले में 3 शामिल हैं।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मयूरभंज करंजिया सब-डिविजनल अस्पताल, संबलपुर कुचिंडा सब-डिविजनल अस्पताल, गंजाम हिंजिलिकाटु सब-डिविजनल अस्पताल, नुआपड़ा खारिया सब-डिविजनल अस्पताल और पद्मपुर सब-डिविजनल में 5 नए सब-डिविजनल स्तर के डायलिसिस केंद्रों का भी उद्घाटन किया। बरगड़ में अस्पताल. उद्घाटन समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आम हॉस्पिटल में सभी व्यवस्थाएं लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर की गई हैं।
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इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मरीजों को आसानी से बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अआम हॉस्पिटल राज्य में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक नये युग की शुरुआत करेगा। उन्होंने आगे कहा कि आम हॉस्पिटल स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में बदलाव की छवि को और चमकाएगा। उन्होंने कहा कि 5-टी चेयरमैन के जिला दौरे के दौरान मिले प्रस्तावों और ‘मो सरकार’ के माध्यम से जनता से मिले फीडबैक के आधार पर आम हॉस्पिटल’ शुरू किया गया है
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकारी स्तर पर हमारे स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक बड़ा परिवर्तन है। 5-टी पहल ने अस्पतालों के बुनियादी ढांचे, मरीजों के लिए बुनियादी सुविधाओं और सेवा वितरण के तरीके में सुधार किया है।
गुणवत्ता भी सुनिश्चित की गई
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि अस्पतालों में गुणवत्ता भी सुनिश्चित की गई है। इस कार्यक्रम के तहत अगले 5 वर्षों में 1858 अस्पतालों को शामिल करने का लक्ष्य है और इस उद्देश्य के लिए 2023-28 के दौरान 3,300 करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में 149 अस्पतालों में बदलाव का काम चल रहा है।
एक साल में 4,000 डॉक्टरों और 3,700 से अधिक नर्सों की भर्ती
मुख्यमंत्री ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए पिछले एक साल में 4,000 डॉक्टरों और 3,700 से अधिक नर्सों की भर्ती की गई है।
अमीर-गरीब दोनों के लिए मुफ्त इलाज
उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में अमीर और गरीब दोनों के लिए मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना आज स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में पूरे ओडिशा में एक मॉडल बन गई है। उन्होंने कहा कि ओडिशा के लोगों को चिकित्सा उपचार प्राप्त करने की चिंताओं से राहत मिली है।
सरकारी अस्पतालों को बनायीय निजी अस्पतालों के बराबर
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मेरे लिए सभी जीवन कीमती हैं’। इस मंत्र को लागू करके हम निश्चित रूप से सभी के सहयोग से स्वस्थ ओडिशा, सुखी ओडिशा के सपने को पूरा करेंगे। कार्यक्रम में भाग लेते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री निरंजन पुजारी ने कहा कि हमारे सरकारी अस्पतालों को निजी अस्पतालों के बराबर बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने आज आम अस्पताल योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की नजर में एक गरीब आदमी का जीवन उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना एक अमीर आदमी का जीवन। हिंजिलिकाटु में जिला परिषद अध्यक्ष अंजलि स्वाईं, गंजाम केलुआपल्ली में विधायक विक्रम कुमार पंडा, पदमपुर में विधायक वर्षा सिंह बरिहा, कुचिंडा में विधायक किशोर चंद्र नाइक, गुनुपुर में विधायक रघुनाथ गमांग, परजंग में विधायक नृसिंह चरण साहू, कलाहांडी के सांसद सुजीत कुमार, सरकार के प्रमुख जगतसिंहपुर में सचेतक प्रशांत कुमार मुदुली, खरियार में मंत्री राजेंद्र ढोलकिया, बड़गांव में मंत्री सारदा प्रसाद नायक और मयूरभंज के सिरसा में मंत्री सुदाम मरांडी कार्यक्रम में शामिल हुए और कहा कि हमारे अस्पताल उच्च गुणवत्ता वाली सेवा दे रहे हैं, जबकि यह स्वास्थ्य सेवा का क्षेत्र एक क्रांतिकारी परिवर्तन है। कार्यक्रम का संचालन 5-टी एवं नबीन ओडिशा के चेयरमैन कार्तिक पांडियन ने किया। जगतसिंहपुर जिले के लोगों को संबोधित करते हुए पांडियन ने कहा कि 30 जून को जगतसिंहपुर जिले के दौरे के दौरान उन्होंने अस्पताल की जमीन की समस्या से अवगत कराया था। इसे शासन ने संज्ञान में लिया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल को 5 एकड़ 80 डिसमिल जमीन दी जायेगी। पांडियन ने कहा कि हमने एक साल के भीतर राज्य में आम हॉस्पिटल योजना को भी सफलतापूर्वक लागू किया है, जिसकी शुरुआत हिंजिली से हुई थी। उन्होंने सभी को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में सुंदरगढ़ जिले के बिसरा, संबलपुर जिले के थेमरा और मालकांगिरि जिले के मैथिली के एक्का, निकिता नाइक और बुधई धंगदामाझी ने अपने अनुभव सुनाए और कहा कि आम अस्पताल में आने वाले किसी भी प्रकार के मरीज का इलाज किया जा सकता है। यहां अच्छा इलाज उपलब्ध है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री और 5-टी चेयरमैन को धन्यवाद दिया। मैथिली के बोंडाघाटी निवासी बुधई ने कहा कि उनका मैथिली अस्पताल अब उन्हें स्वास्थ्य मंदिर जैसा लगता है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य सचिव शालिनी पंडित ने स्वागत भाषण दिया और स्वास्थ्य निदेशक ने धन्यवाद ज्ञापन किया।