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पीड़ितों को पैसा वापस सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे के भीतर सरकार पारित करेगी एक अध्यादेश – मनमोहन सामल
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भाजपा अध्यक्ष ने राज्य सरकार पर जमकर साधा निशाना
भुवनेश्वर। ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कहा कि केंद्र सरकार ने एनडीए के नौ साल के शासन में राज्य सरकार को 18.83 लाख करोड़ रुपये दिए हैं, लेकिन राज्य सरकार इसका हिसाब नहीं दे रही है कि केन्द्रीय निधि का भरपूर उपयोग कैसे किया गया है। विभिन्न मुद्दों पर राज्य सरकार पर हमला करते हुए सामल ने राज्य सरकार पर चिटफंड पीड़ितों के पैसे वापस करने में विफल रहने का आरोप लगाया। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ने आश्वासन दिया कि सत्ता में आने के बाद भाजपा पीड़ितों को पैसा वापस सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे के भीतर एक अध्यादेश पारित करेगी। उन्होंने बताया कि ओडिशा में उनकी पार्टी ने घर-घर जाकर लोगों तक पहुंचने के लिए शनिवार को एक प्रस्ताव पारित किया है। इसके तहत लोगों को भाजपा के मिशन विकसित भारत और मोदी गारंटी से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को शिकायत और आपत्ति है, उन्हें अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा गया है, जबकि युवाओं में चेतना जगाने की जरूरत है। भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को देश को विकसित और समृद्ध तथा विश्व गुरु बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता लोगों के घर जाकर उनसे संपर्क करेंगे और उनसे चर्चा करेंगे कि राज्य सरकार ने क्या वादा किया था और 23 साल के शासन में उसने क्या किया है। सामल ने कहा कि एनडीए के नौ साल के शासन में राज्य सरकार को 18.83 लाख करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। हम राज्य सरकार से यह हिसाब मांग रहे हैं कि ओडिशा में इतनी बड़ी केंद्रीय निधि से क्या किया गया। हम हिसाब-किताब मांगते-मांगते थक गए हैं, लेकिन आज तक कुछ भी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने राज्य सरकार को गैर-जिम्मेदार और अलोकतांत्रिक सरकार करार दिया। उन्होंने कहा कि न तो सरकार और न ही बीजद के पास लोकतांत्रिक व्यवस्था है। कोई नहीं जानता कि वास्तव में सरकार कौन चलाता है। उन्होंने राज्य सरकार को आदिवासी विरोधी भी बताया और आरोप लगाया कि राज्य सरकार बिना छात्र संघ चुनाव कराए कॉलेजों में अपने विज्ञापन देने में व्यस्त है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा ने 147 विधानसभा सीटों पर चुनावी सफलता सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा है। हालांकि, भाजपा के इन आरोपों पर बीजद की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई थी।