-
पुरी में विरासत वाली इमारतों और मठों को ध्वस्त करने का विरोध
-
श्रीमंदिर की परंपरा को भी तोड़ने का आरोप लगाया
-
काले झंडे दिखाने के आरोप में कांग्रेस के पांच कार्यकर्ता गिरफ्तार
पुरी। 5-टी के चेयरमैन और बीजू जनता दल नेता वीके पांडियन का पुरी में विरोध किया गया और कांग्रेस सदस्यों ने उन्हें काला झंडा दिखाया। बताया जाता है कि आज शनिवार की सुबह करीब 5 बजे यह विरोध हुआ। पांडियन पुरी में श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) कार्यालय के सामने पहुंचे थे।
परिक्रमा परियोजना के नाम पर पुरी में विरासत वाली इमारतों को ध्वस्त करने का विरोध करते हुए कांग्रेस सदस्यों ने उन्हें काले झंडे दिखाए और उनके सामने पांडियन वापस जाओ के नारे लगाए। उन्होंने पांडियन पर यूट्यूबर कामिया जानी को श्रीमंदिर में लाकर जगन्नाथ संस्कृति का अपमान करने का भी आरोप लगाया। विरोध के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।
पुरी कांग्रेस नेता सुजीत महापात्र ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वीके पांडियन को काला झंडा दिखाया। हम 10 लोग थे, जिन्होंने काला झंडा दिखाया। पुलिस ने हममें से पांच लोगों को मंदिर कार्यालय के सामने से गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि हम श्रीमंदिर के सामने पांडियन का इंतजार कर रहे थे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पांडियन के स्वागत की तैयारी कर रहे थे। उस दौरान लोगों को सड़क पर निकलने की इजाजत नहीं थी। हम लंबे समय से आवाज उठा रहे हैं। सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च करके परिक्रमा परियोजना के तहत दो शौचालय और एक संकरी सड़क बनाने के लिए ऐतिहासिक महत्व के कई मठों और इमारतों को ध्वस्त कर दिया है।
इस खबर को भी पढ़ेंः-ओडिशा में कोरोना को लेकर अस्पताल अलर्ट पर
कामिया जानी विवाद को उठाते हुए महापात्र ने कहा कि श्रीमंदिर की परंपरा को भी पांडियन ने तोड़ दिया है। उन्होंने कामिया जानी को मंदिर में लाया था। उनका यह स्पष्टीकरण कि जानी दुनिया भर के लोगों को भगवान जगन्नाथ के बारे में जानने में मदद करेंगी, ने हमें बहुत आहत किया है। इसीलिए हमने उन्हें काला झंडा दिखाया।
इस खबर को भी पढ़ेंः-आदिवासी लोगों को पक्के घर उपलब्ध कराएंगे मोदी – बिश्वेश्वर टुडू
पुरी कांग्रेस के प्रवक्ता स्वाधीन पंडा ने मीडिया से कहा कि पुलिस ने हमें गिरफ्तार किया है, क्योंकि उनकी पांडियन के प्रति निष्ठा है। यहां तक कि जिला प्रशासन भी पांडियन को बचाने के लिए एक यूट्यूबर और बीफ खाने वाली कामिया जानी को अनुचित समर्थन दे रहा है। इसीलिए कांग्रेस पार्टी अपनी आवाज़ उठा रही है।
इस खबर को भी पढ़ेंः-ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना का कार्यकाल छह माह बढ़ा