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केंद्रीय नियमों का पालन करने का निर्देश
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ओडिशा में अस्पतालों को तैयार करने को कहा गया
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हर महीने मॉक आयोजित करने का निर्देश
भुवनेश्वर। लोगों को कोरोना को लेकर भयभीत या आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है। केवल कोरोना को लेकर जो नियम बनाये गये हैं, उसका सही रुप से अनुपालन करना चाहिए। राज्य के स्वास्थ्य निदेशक डा निरंजन मिश्र ने ये बातें कहीं।
डा मिश्र ने कहा कि गत 15 दिनों में पूरे देश कोरोना के मामलों की सख्या में बढ़ोत्तरी होती दिख रही है। पांच राज्य में 98 प्रतिशत मामले हैं। 88 प्रतिशत मामले केवल केरल से है। नया वेरिएंट जेएन.1 फैल रहा है, लेकिन इसका प्रभाव गंभीर नहीं है। आम इनफ्लुएंजा की तरह ठंड, खांसी-बुखार हो रहा है। राज्य में गत तीन दिसंबर से कोरोना का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है। इसलिए राज्य में कोरोना के मामलों की संख्या शून्य है। इसके बावजूद केन्द्र सरकार द्वारा राज्य के स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले बढ़ने की आशंका है। इसलिए पूरी तैयारी रखी गई है। जिलों के अस्पतालों को सर्विलेंस, टेस्टिंग बढ़ाने तथा फिवर क्लिनिक चलाने के लिए कहा गया है। कोरोना के मामले बढ़ने की स्थिति में आवश्यक तैयारी अभी से रखने के लिए कहा गया है। दवाई, लाजिस्टिक, टेस्ट कीट, बेड, आक्सिजेन व अन्य आवश्यक चीजों की तैयारी रखने के लिए कहा गया है।
इसके साथ ही प्रत्येक तीन माह में मॉक ड्रिल करने के लिए कहा गया है। लोगों को जागरुक करने के लिए कहा गया है। कोरोना को लेकर भयभीत या आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है। कोरोना नियमों का लोग अनुपालन करें। ठंड, खांसी-बुखार होने पर भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जाएं। बुजुर्ग व को मोर्बिड लोगों को मॉस्क का इस्तमाल किया जाना चाहिए।