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शराब बनाने वाली कंपनी के पास से कई अहम दस्तावेज मिले
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छापेमारी के दौरान प्लांट के प्रबंध निदेशक बिक्रम साहू से भी कई बार पूछताछ की गई
भुवनेश्वर। ढेंकानाल जिले के टुमुसेंगा थानांतर्गत माचिगां में शक्ति माल्टारे और लेमोनाडे प्राइवेट लिमिटेड की बीयर बनाने वाली फैक्ट्री पर आयकर विभाग की छापेमारी आज सोमवार को समाप्त हो गई। तीन दिनों तक चली मैराथन छापेमारी के बाद आयकर अधिकारी प्लांट से बाहर आये और खबरों की मानें तो शराब बनाने वाली कंपनी के पास से उन्हें कई अहम दस्तावेज मिले हैं। बताया गया है कि छापेमारी के दौरान प्लांट के प्रबंध निदेशक बिक्रम साहू से भी कई बार पूछताछ की गई।
हालांकि, आयकर विभाग ने शक्ति माल्टारे के निष्कर्षों के संबंध में कोई बयान नहीं दिया है। यह संदेह था कि शक्ति माल्टारे का बौध डिस्टिलरी से संबंध था, जिस पर हाल ही में आयकर विभाग ने छापा मारा था। हालांकि, शक्ति माल्टारे के एमडी बिक्रम साहू ने इन खबरों का खंडन किया है।
छापे के बारे में साहू ने कहा था कि जहां तक आईटी छापों का सवाल है, मुझे नहीं पता कि उन्होंने मेरे प्लांट पर छापा क्यों मारा। इसका उत्तर केवल आयकर कर्मी ही दे सकते हैं। साहू ने कहा था कि हम बौध डिस्टिलरी से स्प्रिट खरीदते हैं, मैं व्यक्तिगत रूप से उन्हें नहीं जानता हूं। मेरे पास चार वेंडर हैं, जो हमारे लिए स्प्रिट लाते हैं और हम उससे शराब बनाते हैं और ग्राहक इसे अपने लेबल के साथ बाजार में बेचते हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि हाल ही में ओडिशा में बलदेव साहू एंड संस और बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड की देशी शराब फैक्ट्रियों से जुड़े कई स्थानों पर आईटी छापे में 320 करोड़ रुपये की नकदी मिली थी।