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मुंबई कंपनी के बीच वित्तीय लेनदेन में अनियमितताओं का संदेह
भुवनेश्वर। ओडिशा में 320 करोड़ बरामदगी के मुंबई लिंक सामने आए हैं। कांग्रेस सांसद के परिवार के स्वामित्व वाले ओडिशा स्थित डिस्टिलरी समूह के खिलाफ आयकर विभाग की मैराथन छापेमारी के बाद भारी नकदी बरामद होने के बाद अब शराब व्यापारियों के मुंबई लिंक अब सामने आए हैं।
खबरों के मुताबिक, आयकर अधिकारियों को शराब कारोबारियों के मुंबई की एक कंपनी से संबंध का पता चला है। पूरे ऑपरेशन के दौरान यह लिंक सामने आया है।
सूत्रों के मुताबिक, ओडिशा स्थित समूह अपने संयंत्रों में उपयोग के लिए मुंबई स्थित एबीडी कंपनी से शराब की कंपोजिशन खरीद रहा था, जिसकी बॉटलिंग पश्चिमी ओडिशा में स्थित इकाइयों में की जा रही थी।
संबलपुर में डिस्टिलरी फर्म और मुंबई कंपनी के बीच वित्तीय लेनदेन में अनियमितताओं का संदेह होने पर आईटी अधिकारियों ने ओडिशा का दौरा किया और राज्य में कई स्थानों पर सघन तलाशी ली।
वित्तीय मामलों में विसंगतियां
बताया गया है कि सप्ताह भर चली छापेमारी के दौरान वित्तीय मामलों में विसंगतियां देखी गईं। ऑपरेशन के दौरान जब्त की गई भारी नकदी और विभिन्न दस्तावेजों के बीच विसंगतियां थीं।
ओडिशा में कंपनी के विभिन्न ठिकानों से रिकॉर्ड ओडिशा में 320 करोड़ बरामदगी के बाद आयकर अधिकारी अब गहन जांच कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि आईटी अधिकारियों ने सांसद के परिवार के स्वामित्व वाले डिस्टिलरी समूह से भारी नकदी जब्ती के बाद ढेंकानाल जिले में एक शराब निर्माण इकाई पर भी छापेमारी की थी।
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उन्होंने शुक्रवार से तुमुसिंगा थानांतर्गत माछिया गांव में शक्ति माल्टियर और लेमोनेड प्राइवेट लिमिटेड पर छापेमारी की। कथित तौर पर यह फर्म बिक्रम किशोर साहू नाम के एक व्यवसायी के स्वामित्व में है।
कंपनी 2012 से शराब और पेय पदार्थों का निर्माण कर रही है तथा मिश्रण, बोतलबंद, वितरण और बिक्री के लिए अधिकृत है। कंपनी का मालिक कथित तौर पर ढेंकानाल में छह शराब की दुकानें चलाता है। कहा गया है कि साहू अपने व्यवसाय के लिए आवश्यक स्प्रिट बौध डिस्टिलरी से खरीदते थे।