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आठ दिनों की यात्रा कर मंगलवार को अपने गांव पंहुचे
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सात मजदूरों को अब उनके गाँव के मुक्तीश्वर विद्यापीठ के एक संगरोध केंद्र में रखा गया
ब्रह्मपुर. लाकडाउन के बीच घर लौटने के लिए बेताब चेन्नई के सात ओड़िया प्रवासी मजदूरों ने गंजाम जिले में अपने गाँव तक पहुँचने के लिए अपनी साइकिल पर 1100 किमी की दूरी तय की. सभी मजदूर चिकिटी ब्लॉक के सोरला गांव के हैं. ये आठ दिनों की यात्रा कर मंगलवार को अपने गांव पंहुचे.
मजदूरों ने मीडिया को बताया कि वे एक निर्माण कंपनी में चेन्नई में दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम कर रहे थे. देशव्यापी लाकडाउन की घोषणा के बाद कंपनी ने काम बंद कर दिया. कंपनी ने हमें लॉकडाउन अवधि के दौरान दैनिक मजदूरी और भोजन प्रदान नहीं किया, इसलिए हमने चेन्नई छोड़ने का फैसला किया. बाद में हमने घर जाने की कोशिश की लेकिन हमें घर लौटने के लिए कोई साधन नहीं मिल रहा था, जिसके कारण हमने साइकिल से घर लौटने का फैसला किया.
सात मजदूरों को अब उनके गाँव के मुक्तीश्वर विद्यापीठ के एक संगरोध केंद्र में रखा गया है. मजदुरों ने कहा कि उन्हें यात्रा के दौरान लोगों से भोजन माँग कर खाना पड़ा. कुछ लोगों ने हमे सूखा भोजन दिया और कुछ अन्य ने हमें पका हुआ भोजन दिया.