भद्रक. मिशन अन्न सेवा के तहत रिलायंस फाउंडेशन ने जरूरतमंद लोगों को झुग्गी-झोपड़ियों, वृद्धाश्रमों, अनाथालयों और प्रवासी मज़दूरों के लिए भद्रक में सहारा दिया है. नीता अंबानी ने मिशन अन्न सेवा को ध्यान में रखते हुए लॉन्च किया कि बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो रोज़ाना मजदूरी करते हैं, विकलांग, बेरोजगार गरीब हैं, जो इस पेंडिकम लॉकडाउन स्थिति के दौरान अपने लिए भोजन की व्यवस्था करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इसके तहत रिलायंस फाउंडेशन ओडिशा गुजराती समाज और आरएफ के सहयोगियों जैसे ओडिशा गुजराती समाज और हमरा बाप्पन ट्रस्ट जैसे स्थानीय एनजीओ भागीदारों के माध्यम से चावल, दाल, चीनी, खाद्य रिफाइन तेल, मसाले और साबुन आदि जैसे स्टेपल युक्त ड्राई राशन किट प्रदान कर रहा है. इस मिशन अन्ना सेवा के तहत आने वाले परिवारों और व्यक्तियों में रिक्शा चालक, सफाई और स्वच्छता कार्यकर्ता, वृद्धाश्रम में बुजुर्ग, आश्रम, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले, प्रवासी, दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूर, घरों में काम करने वाली, विकलांग व्यक्ति शामिल है. स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा एकत्र और साझा किए गए विवरण के अनुसार लाभार्थियों का समर्थन किया गया है। रिलायं. फाउंडेशन द्वारा 200 ऐसे राशन किट प्रदान किए गए थे और कटक-भुबनेश्वर और खुर्दा में 3000 से अधिक किट प्रदान किए गए थे। लगातार 6 दिनों तक ऐसे जरूरतमंदों को ढूंढकर यह राशन किट दिया गया, जिनको किसी कारणवर्स रकारी सहियोग नहीं मिल रहा है.
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