-
केंदुझर में आठ और भद्रक में दो की गई जान
भुवनेश्वर। ओडिशा में दो भीषण सड़क हादसों में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों की हालत नाजुक बताई गई है। ये हादसे केंदुझर और भद्रक में हुए हैं। शुक्रवार तड़के केन्दुझर जिले के घटगां थाना क्षेत्र में बालिजोड़ी के पास 20 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भीषण सड़क हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 12 अन्य घायल गए हैं। घायलों को केन्दुझर जिला मुख्यालय अस्पताल व कटक के एससीबी मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि गंजाम जिले के दिग्गपहंडी के पाटपुर गांव के लोग एक वैन से घटगां मां तारिणी के दर्शन के लिए जा रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हुआ। उनकी विंगर वैन ने एक ट्रक को पीछे से टक्कर मार दी थी। इससे घटनास्थल पर ही सात लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक बच्चे की मौत अस्पताल ले जाते समय हुई। बताया जाता है कि वैन की स्पीड काफी अधिक थी।
इस खबर को भी पढ़ेंः-ओडिशा में लैंडफॉल नहीं करेगा चक्रवाती तूफान
मृतकों की पहचान रुद्र गौड़, बाबुला गौड़, मदन गौड़, बायाघना गौड़, पद्मिनी गौड़, लिली गौड़, आकाश प्रधान व मिता प्रधान के रूप में बताई गई है। इधर, भद्रक जिले में गुरुवार की रात राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 16 पर खड़े ट्रक और एक कार की टक्कर में हो गई थी। इस हादसे में दो लोगों की मौत हुई है। एक व्यक्ति ने मौके पर दम तोड़ दिया, जबकि दूसरे की जान शुक्रवार को इलाज के दौरान गई है। अन्य तीन घायलों की हालत गंभीर बताई गई है। दो घायल व्यक्तियों का इलाज कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में किया जा रहा है, जबकि एक अन्य को भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भद्रक पुलिस ने दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री, प्रधान और पंडा ने शोक जताया
ओडिशा में सड़क हादसा में 10 लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भाजपा के केंद्रीय प्रवक्ता बैजयंत पंडा ने गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को तीन-तीन लाख रुपये की अनुकंपा राशि प्रदान करने की घोषणा की है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घायल 12 लोगों को निःशुल्क आवश्यकीय चिकित्सा उपलब्ध कराने के निर्देश देने के साथ-साथ उनकी शीघ्र आरोग्य की कामना की है।
इस खबर को भी पढ़ेंः-राज्यपाल रघुवर दास ने दिया प्रासंगिक पाठ्यक्रमों के प्रचलन पर जोर