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मरीजों की संख्या 68 हुई
भुवनेश्वर. ओडिशा में कोरोना पाजिटिव के और सात मामले सामने आये हैं. राज्य में मरीजों की संख्या बढकर 68 हो चुकी है. हालांकि खबर लिखे जाने तक विस्तृत जानकारी नहीं मिल पायी थी. राज्य कोरोना की बढ़ती संख्या और भुवनेश्वर के हाट स्पाट होने के कारण भुवनेश्वर नगर निगम ने कहा है कि लाकडाउन की स्थिति में कोई भी राहत नहीं दी जायेगी. कोरोना का प्रकोप जारी है, इसलिए लगातार समीक्षा की जा रही है. उल्लेखनीय है कि 18 को बालेश्वर में एक मरीज पाजिटिव पाया गया था. इसे देखते हुए वहां तीन इलाके सील कर दिये गये हैं. वर्तमान तक राज्य में कुल पाजिटिव की संख्या 68 हो गयी है, जिसमें से 24 लोग स्वस्थ हो गये हैं तथा एक व्यक्ति की मौत हो गई है.
इधर, कल मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सरपंचों को जिलाधिकारी का पावर दे दिया. कोरोना के खिलाफ लड़ाई को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए यह फैसला किया है. ये अधिकार डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत दिए जा रहे हैं. नवीन पटनायक ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए क्वारेंटाइन एक अहम हथियार है. बाहर से जो भी कोई आ रहा है, उसे 14 दिन सबसे दूर रखना अहम है. इसको ज्यादा बेहतर तरीके से अमल में लाया जा सके, इसलिए राज्य सरकार ने इस अवधि के लिए सरपंचों के अधिकार जिला कलेक्टर की तरह करने का फैसला किया है. लॉकडाउन खत्म होने पर बहुत से लोग राज्य में लौटेंगे. उनके लिए अपना नाम ग्राम पंचायत के रजिस्टर में दर्ज कराके 14 दिन आईसोलेशन में रहना ही होगा. पटनायक ने ये भी कहा कि क्वरेंटाइन सेंटरों में हर तरह की सुविधा का ख्याल रखा जाएगा. साथ ही जो लोग जो दिन क्वारंटीन रहेंगे, राज्य सरकार उनको दो हजार रुपए नकद भी देगी. पटनायक ने यह भी कहा कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद उनकी सरकार राज्य के बाहर फंसे हुए लोगों की वापसी की व्यवस्था करेगी. पटनायक ने कहा कि ओडिशा में कुल मामलों में कमी आने की मुख्य वजह सभी विदेश से लौटने वाले लोगों का पंजीकरण और उन्हें अनिवार्य तौर पर क्वारंटीन में रखना है.