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जांच में जुटी पुलिस
ढेंकानाल। ओडिशा के ढेंकानाल में फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार किया गया है, जबकि दूसरा फरार हो गया। बताया जाता है कि ढेंकानाल के कंकड़ाह ब्लॉक में पुलिस ने एक फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि उसके पास डॉक्टर की कोई डिग्री नहीं है, लेकिन वह लोगों का इलाज कर रहा था। इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस ने अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस को आता देख एक अन्य डॉक्टर भागने में सफल रहा, जबकि एक पुलिस ने दबोच लिया। हिरासत में लिये गए आरोपी की पहचान कोलकाता के मूल निवासी राकेश विस्वान के रूप में की गई है।
बताया गया है कि राकेश और अन्य आरोपी पिछले पांच सालों से बिना किसी मेडिकल डिग्री के स्थानीय आदिवासियों का इलाज कर रहे थे। कथित तौर पर दोनों फर्जी डॉक्टरों ने क्षेत्र में खराब चिकित्सा सुविधाओं का फायदा उठाया।
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पुलिस अधिकारी कल्पना बेहरा ने मीडिया को बताया कि आरोपियों ने न केवल असहाय स्थानीय आदिवासियों को दवाएं दीं बल्कि उन्हें इंजेक्शन भी दिए। जैसे ही फर्जी डॉक्टरों की खबर इलाके में फैली, कल्पना बेहरा के नेतृत्व में एक टीम राजेश के क्लिनिक में गई और फर्जी डॉक्टर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में राजेश ने दावा किया कि उनके पास मेडिकल सर्टिफिकेट है। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने पश्चिम बंगाल में आरएमपी (रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर) डिप्लोमा प्राप्त किया है।
दूसरे फर्जी डॉक्टर की पहचान बाबू के रूप में हुई है, जो पास के रोडांग गांव में मेडिकल प्रैक्टिस करता था। पुलिस की छापेमारी के बाद से वह कथित तौर पर लापता हो गया है। इस बीच, पुलिस बाबू की तलाश कर रही है और घटना की जांच शुरू कर दी है।