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शनि मार्गी गोचर का
कुम्भ राशि में शनि मार्गी गोचर का राशियों पर प्रभाव ज्योतिषाचार्य गणेश रस्तोगी

शनि मार्गी गोचर का इन राशि में राशियों पर प्रभाव

ज्योतिषाचार्य गणेश रस्तोगी, भुवनेश्वर। आइए जानते हैं कुम्भ राशि में शनि मार्गी गोचर का राशियों पर प्रभाव। शनिदेव संतुलन और न्याय के कारक हैं। शनि देव नौ ग्रहों में सबसे गूढ़ और रहस्यमई ग्रह माने गए हैं। शनिदेव की कृपा से मनुष्य अपने जीवन में धीरे-धीरे ऊंचाइयों को प्राप्त करता है। यह गहरे आघात का कारक माना जाता है। ग्रहों के मंत्रिमंडल में शनि नौकरों का प्रतिनिधित्व करता है। इसका रंग काला है और इसका लिंग नपुंसक है। यह पंचभूत या पांच तत्वों में हवा का प्रतिनिधित्व करता है। यह शूद्र वर्ण के अंतर्गत आता है और इसमें तामसिक गुणों की प्रबलता है शनि दो राशि मकर व कुंभ का मालिक है। यह तुला राशि में उच्च का है और मेष राशि में नीच का है। इसकी मूल त्रिकोन राशि कुंभ है। यह बुध और शुक्र के लिए अनुकूल है तथा सूर्य, चन्द्रमा और मंगल ग्रह के लिए प्रतिकूल है। यह बृहस्पति को तटस्थ मानता है। राहू और केतु दोनों शनि को मित्र के रूप में मानते हैं। शनि लंबे समय से वक्री होने के बाद 4 नवंबर 2023 को दोपहर 12 बजकर 31 मिनट पर कुम्भ राशि में ही मार्गी हो जायेंगे। यानि सीधी गति से चलने लगेंगे।

शनि मार्गी गोचर का राशियों पर प्रभाव

मेष राशि
राशिचक्र की प्रथम राशि मेष के लिए शनि देव का मार्गी होना फायदेमंद रहेगा। इस समय शनि आपके आय भाव मे रहेंगे और कर्म भाव का स्वामित्व भी उनके पास ही रहेगा। जिसके चलते आपकी आय में जोरदार बढ़ोतरी की संभावना है, साथ ही इस समय आपको कार्यक्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने के कई अवसर भी मिलेंगे। धन और सम्‍मान में वृद्धि के साथ ही आय के नए- नए स्त्रोतों का निर्माण होगा। आपके कार्य की सराहना होने के अलावा इस समय व्यापार में आपको खास मुनाफा भी मिलता दिख रहा है। आप में से कुछ नए आइडिया पर काम कर सकते हैं। जबकि जो बेरोजगार हैं, उनको नौकरी मिलने की संभावना है। इसके अलावा नौकरीपेशा लोगों का मनचाही जगह स्थानान्तरण हो सकता है।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के लिए शनि देव उनके दशम भाव में मार्गी होंगे। शनि की दृष्टि आपके द्वादश भाव, आपके चतुर्थ भाव और आपके सप्तम भाव पर होगी। शनिदेव के प्रभाव से वृष राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में की गई मेहनत का परिणाम प्राप्त होगा। कामकाज के सिलसिले के लिहाज से देखें तो जो चीज आपने सोची थी अब उन चीजों के फलीभूत होने का समय नजदीक आ चुका है। अगर आप साझेदारी में कोई काम शुरू करना चाहते हैं तो भी आपके लिए समय अनुकूल है। व्यापारी वर्ग के लिए एक से अधिक आय के स्रोत खुल सकते हैं। काम के सिलसिले में विदेशी यात्राएं होंगी। अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा और आपकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहेगी। यह प्रबल संभावना है कि आने वाले समय में आपको कोई बड़ी नौकरी मिल जाए या आप जहां काम कर रहे हैं वहीं आपको पदोन्नति हो जाए। राजनीति से जुड़े जातकों के लिए शनि का मार्गी होना अद्भुत परिणाम देने वाला रहेगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों शनि आपके नवें स्थान पर मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का सम्बन्ध हमारे भाग्य से होता है। शनि आपके भाग्येश भी हैं और वह अपनी ही राशि में मार्गी करेंगे । तो शनि की इस सीधी चाल से आपके होने वाले कामों में गती आ जायेगी। अगर आप किसी नये बिजनेस की शुरूआत करने की सोच रहे हैं। तो बड़ों की राय जरूर लें भाग्य का साथ जरूर मिलेगा। आर्थिक पक्ष से जुड़ी समस्या हल होंगी। लिहाजा शनि के शुभ स्थिति बनाये रखने के लिये घर की छत पर कोई भी समान व्यर्थ में इक्ट्ठा न होने दें।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों शनि आपके आठवें स्थान पर मार्गी होंगे जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का सम्बन्ध हमरे आयु से है। शनि की सीधी चाल का कर्क राशि के ऊपर नकरात्मक असर पड़ने वाला है.शनि के आपके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है इसके अलावा आपको पिछले किसी बात का डर परेशान कर सकता है दुर्घटनाएं हो सकती हैं। धन प्राप्ति में बहुत बाधाएं आएंगी। कार्यालय में आप की स्थिति खराब हो सकती है।आपकी संतान को कष्ट होगा। सबसे पहले दांपत्य जीवन पर असर दिखेगा अपनी जीवन साथी के साथ ज्यादा वाद विवाद बिल्कुल भी न करें. इसका सीधा असर आपके रिश्ते पर पड़ेगा. वहीं, कर्क राशि वालों की आमदनी कम होगी. खर्च ज्यादा होने वाला है. खर्च ज्यादा होने से तनाव महसूस करेंगे. घर का बजट भी गड़बड़ा सकता है. कर्क राशि वाले अपने गुस्से पर काबू रखें, नहीं तो बना बनाया रिश्ता बिगड़ सकता है.
सिंह राशि
राशिचक्र की पांचवीं राशि सिंह के लिए शनि की ये चाल अनुकूल सिद्ध होगी। इस समय जहां शनि सप्तम भाव पर होगा तो वहीं यहीं छठे भाव का भी स्वामी रहेगा। ऐसे में इस समयावधि में आपका वैवाहिक जीवन खुशनुमा रहता दिख रहा है। वहीं इस दौरान आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे। इस समयावधि में आपको कोर्ट- कचहरी से जुड़े मामलों में भी सफलता प्राप्त हो सकती है। इस दौरान जीवनसाथी की तरक्की की संभावना है। इसके अलावा इस दौरान आपकी गोचर कुंडली में शनि देव शश नामक राजयोग भी बनाएंगे। जिससे आपकी आय में भी इजाफा होगा।

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कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शनि देव छठे भाव में मार्गी होंगे। वैदिक ज्योतिष में इस भाव से नौकरी और शत्रु का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनि की दृष्टि आपकी अष्टम भाव द्वादश भाव और तीसरे भाव पर होगी। कन्या राशि के जातकों के लिए शनिदेव का मार्गी होना उनकी इच्छाओं को पूरी करने वाला रहेगा। आपकी नौकरी में आपको मान सम्मान प्राप्त होगा और आपके कार्य को सराहा भी जाएगा। कार्य के सिलसिले में आपकी विदेश यात्राएं होंगी और आपको कई प्रतिष्ठित लोगों से मुलाकात करने का सौभाग्य भी प्राप्त हो सकता है। शनिदेव जब मार्गी होंगे तो ज्योतिष तंत्र मंत्र और गूढ़ विधाओं से जुड़े जातक सफलता प्राप्त करेंगे। शनि के मार्गी होने से कन्या राशि के जातकों को अचानक से कोई बड़े धन की प्राप्ति भी हो सकती है। इस समय शनि देव की कृपा से आपके शत्रुओं का संपूर्ण नाश करने में आप पूरी तरह से समर्थ होंगे, इसके अलावा कार्यक्षेत्र में आप बुलंदियों को प्राप्त करने वाले रहेंगे। शनिदेव के मार्गी होने से आपके साहस और पराक्रम में अच्छी वृद्धि होगी और आपकी कंपनी को नए निवेश की प्राप्ति भी संभव है। कुल मिलाकर शनिदेव का मार्गी होना आपके लिए भाग्य की वृद्धि करने वाला रहेगा।
तुला राशि
शनिदेव आपकी राशि से पांचवें स्थान पर मार्गी होंगे। आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलेगी और आपकी आर्थिक स्थिति में मजबूत होगी।संतान सुख के अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं। तुला राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और शनिदेव के शुक्र से संबंध भी अच्छे हैं, जिसका फायदा आपकी राशि को मिलेगा। अगर आप धन संबंध समस्या से परेशान हैं तो आपको उससे मुक्ति मिलेगी और आमदनी में अच्छा इजाफा होगा। आय बढ़ोतरी के लिए आपके द्वारा किए जा रहे प्रयास सफल होंगे आपकी आय के साधन बनते रहेंगे। धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी और धर्म कर्म के कार्यों के प्रति लगाव भी रहेगा। इस राशि को शनि का पाया रजत होने से अच्छा धन लाभ होगा और आपके अटके कार्यों में गति मिलेगी। आप भूमि व वाहन खरीद सकते हैं और आपको पारिवारिक सुखों की प्राप्ति होगी।
वृश्चिक राशि
शनिदेव आपकी राशि से चौथे स्थान पर मार्गी होने जा रहे हैं। शनि की सीधी अवस्था से आपको कई फायदे होंगे। इस दौरान शनि का पाया स्वर्ण अवस्था में होने से घरेलू समस्याओं से मुक्ति मिलेगी और पारिवारिक जीवन में सुख शांति बनी रहेगी। साल 2024 में आपको कई क्षेत्रों में फायदा होगा और पुराने विवादों से मुक्ति मिलेगी। अगर कोई कोर्ट केस चल रहा है तो आपको नए साल में उससे मुक्ति मिल सकती है। आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी, तभी शनिदेव की कृपा आपको मिलेगी। शनि मार्गी गोचर से  भाग्य का साथ मिलने से आपके अधूरे कार्य पूरे होंगे और अटके धन की भी प्राप्ति होगी। साल 2024 में नौकरीपेशा जातकों को कई लाभ होने वाले हैं, उनकी आमदनी में इजाफा होगा, कार्यक्षेत्र में प्रभाव बढ़ेगा और सहकर्मियों व अधिकारियों के साथ संबंध अच्छे बने रहेंगे।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शनि देव तीसरे स्थान में मार्गी होंगे। वैदिक ज्योतिष में इस भाव से मनुष्य के साहस और पराक्रम का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनिदेव की दृष्टि आपके पंचम स्थान नवम भाव और द्वादश भाव पर होगी। इस राशि वालों पर शनि मार्गी गोचर से नकारात्मक असर पड़ने वाला है. मातृ पक्ष की सेहत बिगड़ सकती है. अस्पताल के चक्कर काटने पड़ सकते हैं. पारिवारिक जीवन में कलह बढ़ेगी. तनाव महसूस करेंगे. नौकरी पेशा लोगों के लिए मन विपरीत ट्रांसफर हो सकता है. किसी भी बात को लेकर अड़ियल रवैया न रखें, नहीं तो नुकसान उठाना पड़ सकता है. घर के किसी सदस्य के साथ विवाद होने का भी योग है. वाणी पर संयम बनाए रखें
मकर राशि
शनि देव का मार्गी होना मकर राशि के जातकों को अनुकूल सिद्ध हो सकता है। क्योंकि शनि देव आपकी राशि से धन भाव में मार्गी होंगे। इसलिए इस समय आपको आक्समिक धन की प्राप्ति होगी। साथ ही आपकी योजनाएं सफल होंगी। वहीं आर्थिक स्थति में सुधार आएगा। साथ ही पैतृ‍क संपत्ति के मामले में लाभ होगा। मेहनत करने पर आपको लाभ होगा और आपकी महत्‍वाकांक्षाएं पूर्ण होंगी। वहीं आपकी वाणी में प्रभाव देखने को मिलेगा। जिससे लोग आपसे जुड़ेंगे। साथ ही नौकरीपेशा लोगों की पदोन्नति हो सकती है।
कुंभ राशि
शनि देव का मार्गी होना कुंभ राशि के जातकों को लाभदायक साबित हो सकता है। शनि देव आपकी राशि में ही मार्गी होंगे। इसलिए आप लोगों को हर क्षेत्र में सफलता मिल सकती है। साथ ही आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। साथ ही नई ऊर्जा का संचार होगा। वहीं परिवार के लोगों के साथ आपके संबंध मधुर होंगे और आपको सबकी तरफ से मदद प्राप्‍त होगी। साथ ही जो लोग नौकरीपेशा हैं, उनको इस समय इंक्रीमेंट और प्रमोशन का लाभ मिल सकता है। साथ ही कारोबारियों को इस समय अच्छा धनलाभ हो सकता है। वहीं अगर आपका व्यापार लोहा,ऑयल, पेट्रोलियम और खनिज पदार्थ से जुड़ा है तो आपको अच्छा लाभ हो सकता है। वहीं इस समय आप सेविंग करने में भी सफल होंगे।
मीन राशि
मीन राशि वालों शनि आपके बारहवें स्थान में मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का सम्बन्ध आपके व्यय तथा शय्या सुख से है। शनि के इस गोचर से आप शैय्या सुख का अनुभव करेंगे। कोई नई स्कीम या ऑफर लेने से पहले सोच-समझकर कदम बढ़ायें। इस राशि वालों पर शनि के मार्गी होने से नकारात्मक असर पड़ने वाला है. अगर आप वाहन चलाते हैं तो अपने गति पर नियंत्रण रखें. चोट चपेट की संभावनाएं ज्यादा हैं. ओवर स्पीड गाड़ी बिल्कुल न चलाएं, नहीं तो दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं. किसी भी कार्य को लेकर आलस्य से न करें. इससे आपका हर कार्य बिगड़ जाएगा और नुकसान उठाना पड़ सकता है. हालांकि, आपको किसी भी कार्य में मन नहीं लगेगा. आलस्य को दूर करने के लिए योग करें. कार्यस्थल पर सहकर्मियों के साथ मनमुटाव हो सकता है. बड़े अधिकारियों के साथ रिश्ते बिगड़ सकते हैं. साथ ही आपका स्वास्थ्य भी बिगड़ सकता है. स्वास्थ्य को लेकर खासा ध्यान रखने की जरूरत है.

शनि मार्गी गोचर ः शनि देव की कुदृष्टि से बचने के ज्योतिष उपाय

ज्योतिष शास्त्र में शनि के कुप्रभाव को कम करने या फिर बचने के लिए शनिवार के दिन उन्हें सरसों का तेल चढ़ाना और सरसों के तेल का दीपक जलाना शुभ माना गया है. मान्यता के मुताबिक ऐसा करने से शनिदेव जल्द प्रसन्न होते हैं और शुभ फल देते हैं.

शनि की अशुभ प्रभाव से बचने के लिए ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ महामंत्र का जाप काफी फायदेमंद माना गया है.

शनिवार के दिन काले कुत्ते को रोटी में सरसों का तेल लगाकर खिलाने से शनि का प्रकोप कम होता है और जातक को इसका शुभ परिणाम मिलता है.

शनि की टेढ़ी दृष्टि से बचने के लिए लोहा, तेल, तिल के बीज, साबुत उड़द, काले कपड़े आदि का दान करने से कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत होती है.

शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में सुबह के समय जल चढ़ाएं. इसके साथ ही शाम को सरसों के तेल का दीपक जलाएं. ऐसा करने से शनिदेव के साथ त्रिदेव अति प्रसन्न होते हैं.

कुंडली में शनि की साढ़े साती को कम करने के लिए शनिवार के दिन घोड़े की नाल या फिर नाव की कील का छल्ला बनाकर दाएं हाथ के बीच वाली अंगुली में पहना फायदे मंद माना गया है.

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