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गंभीर रूप से घायल होने वालों की सूची में राज्य शीर्ष पर
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सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट से हुआ खुलासा
भुवनेश्वर। ओडिशा में सड़क हादसे में प्रतिदिन औसतन 15 लोग मारे जाते हैं और काफी संख्या में लोग गंभीर रूप से घायल होते हैं। गंभीर रूप से घायल होने के मामले में ओडिशा देश में शीर्ष स्थान पर है। यह एक बड़ी चिंता का विषय बनकर उभर रही है। इन गंभीर हादसों में काफी संख्या में लोग अपंग भी हो रहे हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी ‘भारत में सड़क दुर्घटनाओं’ पर वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारियां दी गईं हैं। हाल ही में जारी की गई इस रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में ओडिशा में सड़क दुर्घटनाओं में कुल 5,467 लोगों की मौत हुई थी। यह आंकड़ा साल 2021 की तुलना में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इतना ही नहीं, ओडिशा में सड़क हादसे को लेकर एक चिंता की बात यह है कि गंभीर चोटों के मामले में वह शीर्ष स्थान पर है। ऐसे गंभीर रूप से घायल होने वाले व्यक्तियों का प्रतिशत 46.9 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय औसत 36.5 प्रतिशत है।
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केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट में बताया गया है कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों और घायलों की संख्या के मामले में ओडिशा देश के राज्यों की सूची में 13वें स्थान पर है। इस रिपोर्ट ने सड़क हादसों पर राष्ट्रीय स्तर पर एक गंभीर तस्वीर पेश की।
इस रिपोर्ट में बताया जाता है कि साल 2022 में देश में हर दिन औसतन 1,264 दुर्घटनाएं और 462 मौतें या हर घंटे 53 दुर्घटनाएं और 19 मौतें हुईं।
साल 2022 में 64,105 दुर्घटनाओं (13.9%) के साथ तमिलनाडु में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, इसके बाद मध्य प्रदेश (54,432 यानी 11.8%) का स्थान है। सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों की संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश (22,595 यानी, 13.4%) शीर्ष पर है। इसके बाद तमिलनाडु (17,884 यानी, 10.6%) है।