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ओएफपीडीजी ने कहा – उसने ओड़िया फिल्मों में अभिनय करने पर मिश्र पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया
इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर। ओड़िया अभिनेता मनोज मिश्र को ओडिशा फिल्म प्रोड्यूसर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स गिल्ड (ओएफपीडीजी) का समर्थन में मिला है। अभिनेता का समर्थन करते हुए गिल्ड ने कहा कि उसने ओड़िया फिल्मों में अभिनय करने पर मिश्र पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है।
अभिनेता को लिखे पत्र में गिल्ड ने कहा कि हमें पता चला है कि कुछ निर्माताओं ने आपके ओड़िया फिल्मों में काम करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है और यह एक बड़े क्षेत्रीय कलह में बदल गया है। इस फैसले से पश्चिमी ओडिशा के लोग आहत हैं। इस विवाद में राजनेता भी शामिल हो गए हैं। हमारा ओडिशा एक है। पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण ओडिशा का कोई स्थान नहीं है। हमारा फिल्म उद्योग ओड़िया फिल्म उद्योग के रूप में एक है। हम उन सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं, जो ओडिशा के क्षेत्र में बोली जाती हैं।
शांति बनाए रखने का अनुरोध
गिल्ड ने ओड़िया अभिनेता मनोज मिश्र को से ओड़िया फिल्म उद्योग और समग्र रूप से ओडिशा की बेहतरी के लिए शांति बनाए रखने का अनुरोध किया। पत्रकारों से बात करते हुए ओएफपीडीजी के सचिव अरुण मोहंती ने कहा कि मनोज मिश्र पर प्रतिबंध लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा नहीं करना चाहिए था। ओएफपीडीजी प्रतिबंध का समर्थन नहीं करता है।
मोहंती ने कहा कि ओडिशा फिल्म विकास निगम (ओएफडीसी) को जल्द से जल्द इस मामले में मध्यस्थता करनी चाहिए और पश्चिमी ओडिशा के लोगों के संदेह को दूर करने के लिए एक प्रेस नोट जारी करना चाहिए कि उन्हें फिल्में बनाने का मौका नहीं मिल रहा है।
ओड़िया अभिनेता मनोज मिश्र को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब उत्कल सिने चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (यूसीसीसी) के अध्यक्ष संजय नायक ने घोषणा की कि इस बात के सबूत हैं कि अभिनेता फिल्म राम के विरोध के लिए जिम्मेदार थे। इसके बाद, निर्माताओं के एक समूह द्वारा दो साल की अवधि के लिए उनका बहिष्कार कर दिया गया। बाद में दिन में सिने निर्माता संघ ने भुवनेश्वर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए घोषणा की कि मनोज मिश्र पर बहिष्कार का फैसला फिलहाल नहीं हटाया जाएगा।
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