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ओडिशा के साथ-साथ अन्य पड़ोसी राज्यों को मिलेगा लाभ
भुवनेश्वर। ओडिशा को जल्द ही इसका पहला नार्को विश्लेषण परीक्षण केंद्र मिलेगा। बताया जाता है कि भुवनेश्वर स्थित कैपिटल अस्पताल ओडिशा और उसके बाहर आदेशित सभी नार्को परीक्षणों के लिए परीक्षण केंद्र के रूप में कार्य करेगा। सभी आवश्यक उपकरण राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में पहले ही आ चुके हैं और उन्हें कैपिटल हॉस्पिटल के ऑपरेशन थिएटर (ओटी) में शिफ्ट किया जाएगा, जहां सभी नार्को टेस्ट किए जाएंगे।
अस्पताल के मनोचिकित्सक और एनेस्थोलॉजिस्ट वर्तमान में इसके लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं।
कैपिटल हॉस्पिटल के निदेशक लक्ष्मीधर साहू ने बताया कि परीक्षण अगले महीने की शुरुआत में शुरू होंगे। पत्रकारों से बात करते हुए साहू ने कहा कि तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास हत्याकांड की जांच के दौरान हमें अपने राज्य में एक नार्को परीक्षण केंद्र की सख्त जरूरत महसूस हुई। इसके बिना हमें मजबूरन आरोपी गोपाल दास को टेस्ट के लिए पुणे ले जाना पड़ा था। ओडिशा में नार्को टेस्ट सेंटर स्थापित करना राज्य सरकार का एक बहुत अच्छा कदम है। उन्होंने बताया कि सभी उपकरण पहले ही भुवनेश्वर पहुंच चुके हैं। हमने कल राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एसएफएसएल) में एक बैठक की। हमारे डॉक्टर वहां ट्रेनिंग के लिए गए हैं। मुझे उम्मीद है कि अगर सब कुछ तय कार्यक्रम के अनुसार हुआ, तो परीक्षण केंद्र अगले महीने के अंत तक चालू हो जाएगा।
फोरेंसिक विशेषज्ञ मुरलीधर नायक ने कहा कि यह अपराध जांच में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा। पिछले 30 वर्षों से हम केवल भुवनेश्वर में एसएफएसएल में पॉलीग्राफ या झूठ पकड़ने वाला परीक्षण कर सकते थे। अब इसके खुलने से न केवल ओडिशा, बल्कि अन्य पड़ोसी राज्य भी भुवनेश्वर में इस केंद्र का लाभ उठा सकते हैं।