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भुवनेश्वर में विरोध प्रदर्शन के दौरान दर्ज किए गए मामले में नोटिस के बदले मांग रहे थे तीन सौ रुपये – किसान
केंद्रापड़ा। जिले के पट्टामुंडई ग्रामीण थानांतर्गत कनिपाल गांव में रविवार को कुछ किसानों से कथित तौर पर पैसे मांगने के आरोप में पुलिसकर्मियों को शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा। बताया जाता है कि 22 सितंबर को ओडिशा विधानसभा के पास नव निर्माण कृषक संगठन के बैनर तले प्रदर्शन करते समय पट्टामुंडई के 75 किसानों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद कुछ को मुक्त कर दिया गया था तथा कुछ पर आईपीसी की धारा 107 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
बाद में आरोपी किसानों को कमिश्नरेट पुलिस ने उनके स्थानीय समकक्षों के माध्यम से नोटिस भेजी। हालांकि, कनिपाल के किसानों ने कुछ पुलिसकर्मियों पर नोटिस देने के दौरान 300-300 रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया।
इससे गुस्साए तथा अवैध धन उगाही का विरोध करते हुए गुस्साए किसानों ने कथित तौर पर संबंधित पुलिसकर्मियों को कुछ समय के लिए बंधक बना लिया।
किसानों का कहना था कि हम राज्य विधानसभा के पास अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने हमें गिरफ्तार कर लिया। हममें से कई लोगों पर आईपीसी की धारा 107 के तहत मामला दर्ज किया गया था। हमारी स्थानीय पुलिस ने मुझे नोटिस देते हुए 300 रुपये की मांग की। मैंने उसे सिर्फ 50 रुपये दिया, लेकिन उन्होंने उस राशि से इनकार कर दिया। फिर मैंने उसे 100 रुपये की पेशकश की। वे 100 रुपये से कम पैसे नहीं मांग रहे थे। किसानों का कहना है कि प्रदर्शन कर रहे किसानों पर उनके अधिकारों के लिए दबाव डालने के लिए मामला दर्ज किया गया था, जबकि सरकार उनके लिए बहुत कुछ करने का दावा कर रही है। यह देखना बाकी है कि सरकार क्या कार्रवाई करेगी। इन पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई करे, जो गरीब किसानों से पैसे वसूल रहे थे।
इधर, पट्टामुंडई के एसडीपीओ खीमसागर पंडा ने मीडिया को दिए गए बयान में कहा कि उन्हें घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन वह मामले को देखेंगे।
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