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ओडिशा में कोरोना वायरस के फैमिली अटैक ने आंकड़े को बढ़ाया

  • राजधानी भुवनेश्वर में एक-एक परिवार से 19, 7 और चार मरीज पाजिटिव निकले
  • मां के साथ छोटी-छोटी बच्चियां हुई हैं शिकार
  • क्रिकेट खेलने मात्र से भी फैला है वायरस का संक्रमण
  • कोरोना पाजिटिव की संख्या 50 हुई
  • यह लड़ाई हमें लड़नी होगी…!

हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर

मानव बनाम वायरस के जंग में जीतने की जद्दोजहद के बीच ओडिशा के आंकड़े चौंकाने वाले निकले हैं. जी हां! आप ओडिशा के आंकड़ों को जानकर आश्चर्यचकित हो जायेंगे. यहां कोरोना वायरस का अटैक बड़े ही अजीब तरह से देखने को मिले हैं. ओडिशा में अब तक कोरोना वायरस से पाजिटिव मरीजों की संख्या 50 है, लेकिन इसमें गौर करने वाली बात यह है कि इसमें आधे से अधिक मामले परिवार या रिश्तेदारों से जुड़े हुए हैं.

कोरोना वायरस को लेकर हाट केक बनी राजधानी भुवनेश्वर के बोमीखाल इलाके में 19 मामले ऐसे हैं, जिसमें पाजिटिव मरीजों के संबंध एक ही परिवार से बताये गये हैं. हालांकि प्रशासन ने मरीजों के नामों को गुप्त रखा है, लेकिन इतना जरूर संकेत दिये गये हैं कि ये मामले एक ही परिवार से जुड़े हैं.

इस इलाके में पहले तीन मरीज पाजिटिव पाये गये थे. इसके बाद एक ही दिन 24 घंटे में और 16 मरीज पाजिटिव पाये गये. हालात को देखते हुए इस इलाके को सील कर दिया गया और लोगों को घरों से निकलने से मना कर दिया गया है. हर गली के निकास द्वार को सील कर दिया गया है और पुलिस प्रशासन की तैनाती की गयी है.

ठीक इसी तरह राजधानी के सूर्यनगर में पहले 60 वर्षीय एक वृद्ध की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आयी. इसके बाद एक बड़ी चिंता ऊभर कर सामने आयी, क्योंकि इस व्यक्ति की कोई ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं थी. सबको लगा कि ओडिशा में कोरोना वायरस अब समाज में फैल गया है, लेकिन इसके कुछ ही दिन बाद उसके परिवार में पत्नी और बेटी के साथ मकान में रहने वाले किरायेदारों को मिलाकर कुल और सात पाजिटिव मामले सामने आये. वृद्ध की ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं होने के कारण लोगों को जागरूक करने और कोरोना को लेकर जांच करने की दृष्टिकोण से सरकार ने राज्य में इस पहले मरीज का परिचय सार्वजनिक किया और आग्रह किया इसके संबंध में आने वाले लोग क्वारेंटाइन में रहें और कोरोना के लक्षण दिखने पर हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क करें. लेकिन परिवार से अन्य मामलों के सामने आने पर पता चला कि पत्नी कोलकाता गयी थी और वहां से संक्रमित होकर आयी थी. इससे पहले कोरोना के लक्षण वृद्ध में देखा गया.

ठीक इसी तरह कोरोना का फैमिली अटैक बोमीखाल से सटा हुआ इलाका झारपड़ा में देखने को मिला, जिसमें पहले मरीज की मौत हो गयी. कोरोना से मौत का यह ओडिशा में पहला मामला था. उनकी मौत के बाद उस परिवार से एक महिला और उसकी दो बच्चियां भी कोरोना पाजिटिव पायी गयीं. राज्य में छोटी बच्चियों के कोरोना पाजिटिव होने के का भी यह पहला मामला था.

ठीक इसी तरह से कोरोना का अजीब सा अटैक कलाहांडी जिले में देखने को मिला. जाता है कि यहां पहले से संक्रमित एक व्यक्ति के साथ इस मरीज ने क्रिकेट खेला था. इस कारण यह भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गया है. ऐसी स्थिति में कोरोना को अगर हराना है तो सामाजिक दूरी का महत्व बहुत बड़ा है. आप घरों में रहिए, स्वस्थ रहिए, मस्त रहिए.

 विदेश, भोपाल और कोलकाता से भुवनेश्वर आया कोरोना वायरस

ओडिशा में कोरोना वायरस को लेकर सामुदायिक संक्रमण की जो आशंका दिखाई दे रही थी, अब वह दूर हो गई है. राज्य के मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने यह बात कही. त्रिपाठी ने कहा कि भुवनेश्वर के सूर्यनगर इलाके में जो मरीज मिला था, उसकी बाहर की ट्रैवेल हिस्ट्री न होने के कारण आशंका व्यक्त की जा रही थी कि यह सामुदायिक संक्रमण का मामला हो सकता है.

इसी तरह बोमिखाल मामले में भी यही बात थी, लेकिन अब स्पष्ट हो गया है कि सूर्यनगर इलाके का मामला कोलकाता से जुड़ा है तथा बोमिखाल का मामला भोपाल से जुड़ा है. कोलकाता व भोपाल से वायरस आया है. कुछ अन्य मरीज विदेशों से घूमकर आये हुए हैं.

 अब तक 12 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए

ओडिशा में 12 कोरोना मरीज स्वस्थ हो गये हैं. कल रात 10 मरीजों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आयी है. जिन 10 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है, उनमें पांच भुवनेश्वर के हैं, जबकि भद्रक के दो व कटक, पुरी व जाजपुर के एक–एक मरीज हैं. इससे पहले दो लोग भी स्वस्थ हुए थे, जबकि एक व्यक्ति की मौत हो गई है. ओडिशा में कुल 37 सक्रिय मामले हैं.

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