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विधानसभा अध्यक्ष पर दाल फेंकने का आरोप
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भाजपा नेताओं ने कहा-दाल हमनें भेंट की थी, फेंकी नहीं
हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर।
सदन की कार्यवाही के दौरान अध्यक्ष का अनादर करने के आरोप में भाजपा के दो विधायक, मोहन माझी और मुकेश महालिंग को विधानसभा से निलंबित कर दिया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रमिला मल्लिक ने दोनों विधायकों को मानसून सत्र के अंत तक के लिए निलंबित किया है। विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाते हुए भाजपा सदस्य पहले सदन पोडियम के पास आ गए और शोर मचाने लगे। इसके साथ ही विपक्षी सदस्यों ने धरना दिया। इस दौरान विपक्ष के मुख्य सचेतक माझी और उनके विधानसभा सहयोगी महालिंग ने दाल ली और उन्होंने अध्यक्ष के आसन पर दाल फेंक दी।
हालांकि, मुकेश ने दाल फेंकने के आरोप से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि हमने स्पीकर को दल दिया है। हमने इसे पोडियम पर नहीं फेंका है। सदन लोकतांत्रिक ढंग से नहीं चल रहा है। नेता प्रतिपक्ष जयनारायण मिश्र को सदन में बोलने नहीं दिया गया। हमने केवल इसका विरोध किया है।
इधर, अध्यक्ष प्रमिला मल्लिक ने कहा कि सदन दोनों विधायकों के आचरण से नाराज था। उन्हें संवैधानिक मानदंडों के अनुसार पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था।
इधर, जयनारायण मिश्र ने मीडिया को बताया कि चूंकि अध्यक्ष प्रमिला मल्लिक को दाल बहुत पसंद है। इसलिए हमने उन्हें कुछ उपहार देने के बारे में सोचा। हमें धन्यवाद देने के बजाय, उन्होंने हमारे सदस्यों को निलंबित कर दिया है। बीजद विधायक देवी प्रसाद मिश्र ने इसे ओडिशा विधानसभा के इतिहास का काला दिन बताया।
उल्लेखनीय है कि विपक्ष के इस दाल प्रकरण को विधानसभा अध्यक्ष प्रमिला मल्लिक का मजाक उड़ाने की एक चाल के रूप में देखा जा रहा है, जिन्हें मध्याह्न भोजन योजना और पूरक पोषण कार्यक्रम (एसएनपी) के लिए दाल खरीद में कई सौ करोड़ रुपये के घोटाले में अपने और अपने भाई के खिलाफ आरोपों के बाद महिला एवं बाल विकास मंत्री का पद छोड़ना पड़ा था।
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