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मो-दल पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन
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कहा-यदि सचिव ही सब कुछ करेंगे तब विधानसभा चलने का औचित्य क्या है
भुवनेश्वर। नई राजनीतिक पार्टी मो-दल के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को विधानसभा का घेराव किया। इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा परिसर में जबरन घुसने का प्रयास किया, जिससे सुरक्षाकर्मियों के साथ उनकी झ़डप भी हुई। पुलिसकर्मियों ने कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। पार्टी के नेता अक्षय कुमार के नेतृत्व में मो-दल के कार्यकर्ताओं विधानसभा परिसर के सामने घेराव किया। प्रदर्शनकारियों का तर्क था कि अगर एक सचिव अलग-अलग जिलों में बैठकों में भाग ले रहा है और योजनाओं की घोषणा कर रहा है तो विधानसभा में मंत्रियों और विधायकों की क्या जरूरत है।
अक्षय़ कुमार का कहना था कि राज्य में एक सचिव ही सरकार चला रहा है। वह विभिन्न जिलों का दौरा कर रहा है। राज्य के मंत्री व विधायकों की कोई भूमिका नहीं रह गई है। ऐसे में विधानसभा चलाने का क्या औचित्य है। उन्होंने कहा कि 5-टी सचिव वीके पांडियन राज्य में सभी निर्णय ले रहे हैं। जहां वह लोगों की शिकायतें सुनने के लिए राज्य के विभिन्न स्थानों का दौरा कर रहे हैं, वहीं विधायक और मंत्री टेंट तैयार कर रहे हैं और लोगों को बैठकों में ले जा रहे हैं। तो फिर पांडियन को विधानसभा भी चलानी चाहिए। विधायकों और मंत्रियों को विधानसभा आने की क्या जरूरत है? हम उन्हें विधानसभा में प्रवेश नहीं करने देंगे।
पार्टी कार्यकर्ताओं ने विधानसभा के सामने विरोध प्रदर्शन करने के अलावा राज्य सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए।
एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमारे राज्य में कोई लोकतंत्र नहीं है। मंत्रियों और विधायकों की कोई मोल और ताकत नहीं है। पांडियन ही सारे फैसले ले रहे हैं। इसलिए उन्हें विधानसभा भी चलाने दीजिए। इसलिए मंत्रियों और विधायकों को विधानसभा चलाने का कोई अधिकार नहीं है और हम उन्हें सदन में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देंगे।