भुवनेश्वर। जैन तेरापंथ धर्म का प्रमुख पर्युषण महापर्व 12 सितंबर से आरम्भ होकर 20 सितंबर क्षमायाचना दिवस के साथ समाप्त होगा। पर्युषण महापर्व नवाहिृक अनुष्ठान कि आराधना के लिए महातपस्वी युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी ने कृपा करके सूरत (उधना) से प्रवक्ता उपासक श्री कोमल जी डांगी तथा उपासक श्री प्रवीण जी मेडतवाल को भुवनेश्वर में उपासना के लिए आदेश दिया है। इन नौ दिनों में सभी अनुयायी संयमित जीवन जीने का अभ्यास करेंगे। प्रातः कालीन प्रवचन 9 बजे से 10-15 बजे तक रहेगा। प्रातःकालीन प्रार्थना, दोपहर में धर्म चर्चा तथा सायंकाल प्रतिक्रमण एवं रात्री में अन्य कार्यक्रम प्रतिदिन आयोजित होंगे। 19 सितंबर को संवत्सरी महापर्व है। 20 सितंबर पर्युषण महापर्व का सार क्षमायाचना दिवस है। पर्व आराधना के दौरान अंखड जाप का आयोजन प्रातः 6 बजे से रात्रि 11 बजे तक होगा। नौ दिनों के इस पर्व में सभी दिनों की अलग अलग महता रहेगी। उपरोक्त सभी कार्यक्रम स्थानीय तेरापंथ भवन, भुवनेश्वर में आयोजित होंगे। यह जानकारी आयोजक श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, भुवनेश्वर की ओर से दी गई है। इस आयोजन में तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ युवक परिषद, भुवनेश्वर की भूमिका सहयोगी के रूप में रहेगी।
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