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स्कूल बंद होने से बच्चों को घरों में ही आन-लाइन शिक्षा देने की कोशिश की गई है- प्राचार्य
राजेश दाहिमा, राजगांगपुर
कोरोना महामारी से निपटने के लिए लाकडाउन की घोषणा होने के बाद से ही केवल एमरजेंसी सेवा को छोड़ कर अन्य सेवाएं ठप्प कर दी गई है। सभी शिक्षा अनुष्ठानों को भी सरकार के निर्देश पर बंद कर दिया गया है। सभी शिक्षा अनुष्ठानों के बंद होने पर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा को लेकर अभिभावकों के लिए एक बहुत बड़ा चिंता का विषय बन गया। इस कड़ी में डालमिया विद्या मंदिर के प्रार्चाय डॉ राघवेन्द्र कुमार द्विवेदी ने आन-लाइन शिक्षा सेवाएं देने की एक अनूठी पहल की शुरुआत किए।
उन्होंने आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के साथ ही बच्चों को घर बैठे आन लाइन शिक्षा देने का बीड़ा उठाया। विद्यालय के प्रार्चाय ने बताया कि इस प्रक्रिया की शुरुआत होने से अब बच्चे चार पांच घंटे व्यस्त हो गए हैं। इसके पहले बच्चे घर पर खाली बैठे हुए थे और उनके अभिभावकों को उनकी पढ़ाई की चिंता सताए जा रही थी। वहीं दूसरी ओर, उन्होंने बताया कि बच्चों को होमवर्क दिया जाता है और बच्चे वाट्स अप के जरिए सवालों का जवाब देने की कोशिश करते हैं। वहीं किसी भी प्रकार का संदेह होने पर वाट्स अप के जरिए समाधान भी किया जा रहा है।
कक्षा के अनुसार शिक्षक शिक्षिका बच्चों को होमवर्क देते हैं और बच्चे उसका जवाब भी देते हैं। वहीं बच्चे अपने स्वयं का विडियो शिक्षा के मद्देनजर बनाने के साथ उसका जबाव भी पाते हैं। डालमिया विद्या मंदिर की इस अनोखी अनूठी पहल की सभी अभिभावक सराहना कर रहे हैं। अभिभावक श्रीमती मनाली महापात्रा का कहना है कि यह पहल तारीफों के काबिल है और अपनी खुशी का इजहार करते हुए कहा कि डालमिया विद्या मंदिर कार्यरत शिक्षकगण बच्चों की पढ़ाई के प्रति सजग है साथ ही साथ उनका बच्चों के प्रति समर्पण का भाव कार्य ही स्कूल का नाम रोशन करने में कामयाब है।
वहीं विद्यालय की सीईओ रोसेटा विलयम ने भी इस अनोखी अनूठी पहल की सराहना करते हुए कहा कि डालमिया भारत समूह शिक्षा के क्षेत्र में भी अग्रसर भूमिका निभा रहे हैं जो तारीफ के काबिल है। डालमिया विद्या मंदिर के प्रार्चाय डॉ राघवेन्द्र कुमार दि्वेदी का कहना है कि लाकडाउन के मद्देनजर आन लाइन शिक्षा सेवाएं देने की कोशिश की गई है।