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भवन में लगाया ताला, ताकतवर लोगों को छोड़ा
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शहर में प्रशासन का दोहरा रवैया बना लोगों में चर्चा का विषय

विष्णु दत्त दास, पुरी
कोरोना वायरस के विस्तार को रोकने के लिए जारी लाकडाउन और शटडाउन के बावजूद कुछ लोग मानने के लिए तैयार नहीं हैं. ऐसे लोगों की लापरवाही समाज के लिए खतरा पैदा कर सकती है. कुछ ऐसी ही लापरवाही का नजारा पुरी के लोकनाथ रोड स्थित प्रतिहार नियोग परिसर में देखने को मिला. यहां सदस्यों के बीच रुपये का वितरण किया जा रहा था. अपने संघ के रुपये कोरोना के लिए हर सदस्य के बीच वितरित किया जा रहा था.
सूत्रों ने बताया कि बड़े सदस्यों को 10,000 रुपये तथा छोटे को 4000 रुपये दिए जा रहे थे. रुपये आवंटन की सूचना पर सेवायतों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई. पन्ना प्रिया देवी मंदिर गली तथा ज्ञान मंदिर के पीछे वाले इलाके में यह रुपये बाटने के लिए समय सुबह 8:00 बजे से 11:00 बजे तक का था. इस दौरान जब रुपये बांटा जा रहा था, तो सेवायतों की भीड़ उमड़ पड़ी. बिना मास्क के और सामाजिक दूराव का ध्यान दिये बिना लोग एकट्ठा हो गये.
इसी बीच इसकी सूचना जिला आरक्षी अधीक्षक कार्यालय को मिली तो शादी पोशाक में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और सबको भगाया. वहां भवन में ताला जड़ दिया. बताया जाता है कि इस समय शहर के प्रतिष्ठित व्यक्ति यहां पर मौजूद रहकर इस कार्य को संचालित कर रहे थे. उनको भी पुलिस के आगे नतमस्तक होना पड़ा.
हालांकि आरोप है कि पुलिस ने सभी ताकतवर लोगों को छोड़ दिया, जबकि शट डाउन और लाकडाउन के दौरान आम जनता को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है, लेकिन यहां सिर्फ भवन में ताला जड़ दिया गया और सबको छोड़ दिया गया. इस बात को लेकर शहर में चर्चा हो रही है. लोगों का कहना है कि इस कार्य का संचालन कई करोड़पति सेवायत कर रहे थे. चर्चा यह भी हो रही है कि भवन में ताला जड़ने के बाद सदस्यों के घरों में जाकर यह रुपये प्रदान किये जा रहे हैं.
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