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ओसाक्स की तरफ से आयोजित सामूहिक दौड़ में युवाओं के साथ हर लिंग व वर्ग के लोगों ने लिया भाग
भुवनेश्वर। ओडिशा को वर्ष 2030 तक एचआईवी-एड्स से मुक्त करने के उद्देश्य एवं एचआई-एड्स के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए मंगलवार को राजधानी भुवनेश्वर में सामूहिक दौड़ का आयोजन किया गया है। ओडिशा एड्स नियंत्रण सोसाइटी की की तरफ से आयोजित इस सामूहिक दौड़ में युवा, युवती, महिला पुरुष, तृतीय लिंग, छात्र-छात्रा सभी हर वर्ग के लोगों ने भाग लिया। जागरूकता रैली के जरिए ओडिशा को एचआईवी-एड्स से मुक्त कराने का श्लोगान दिया।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार सुबह सामूहिक दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की गई। दौड़ का आयोजन स्थानीय बीजू पटनायक पार्क से एकाम्रहाट तक किया गया। प्रतियोगिता में विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्रा, युवा, तृतीय लिंग, जिला स्तर पर सफलता प्राप्त करने वाले छात्र-छात्रा शामिल हुए। एनएसएस, एनसीसी, एनवाईकेएस, रेडक्रॉस की मदद से बड़ी संख्या में युवाओं को प्रतियोगिता से जोड़ा गया एचआईवी-एड्स के बारे में जानकारी दी गई।
दौड़ प्रतियोगिता को हरी झंडी दिखाते हुए ओडिशा एड्स नियंत्रण संगठन की परियोजना निदेशक डा. उर्मिला मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) ने युवाओं की सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए युवा महोत्सव-2023 कार्यक्रम शुरू किया है। इसी क्रम में महाविद्यालयों में जिला एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं, क्विज, रील प्रिपरेशन, नाटक प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज की सामूहिक दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की गई है। विभिन्न माध्यमों से जागरूकता कार्यक्रम किया जा रहा है। 2030 तक एचआईवी/एड्स को समाप्त करके सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अगले सात वर्ष हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। सामूहिक दौड़ प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागी बीजू पटनायक पार्क, मास्टर कैंटीन, राम मंदिर होते हुए एकाम्र हाट पहुंचे। वहां आयोजित एक सार्वजनिक बैठक में
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्तर पर जारी एड्स सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 1017 पर काल किया गया है और लोगों को समझाया गया कि आपके मन में किसी प्रकार की दुविधा हो तो आप इस नबर बेझिझक संपर्क कर सकते हैं। आपका एक छोटा सा प्रयास आपके जीवन में बदलाव लाएगा। इस अवसर पर अतिथियों ने विभिन्न श्रेणियों जैसे पुरुष (रेड बुल), महिला (रेड बटरफ्लाई) और तृतीय लिंग (रेड डियर) में सफलता हासिल करने वाले प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सात अन्य को सांत्वना पुरस्कार दिए।