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गांव से ना ही कोई बाहर जाएगा और ना ही बाहर से कोई गांव में प्रवेश कर पाएगा
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गांव में मिला कोरोना संक्रमित व्यक्ति तब्लीगी जमात में लिया था हिस्सा
भुवनेश्वर/पुरी. राजधानी भुवनेश्वर, कटक एवं भद्रक शहर के बाद आज पुरी जिले के पिपिलि ब्लाक के दानगहिर एवं जयपुरशासन गांव को पूरी तरह से शट डाउन घोषित कर दिया गया है. पुरी जिलाधीश ने इस गांव को 11 दिन के लिए शट डाउन घोषित किया है.
गांव में एक व्यक्ति के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है. पुरी जिलाधीश की घोषणा के मुताबिक, आज सुबह 7 बजे से शट डाउन लागू किया गया है, जो कि 14 अप्रैल तक तक जारी रहेगा. दानगहिर गांव के चारों तरफ मार्ग को सील कर दिया गया है. सील किए गए इलाके से कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं निकलेगा और ना ही बाहर से कोई भी व्यक्ति उस गांव में जाएगा.
उक्त गांव में सभी सरकारी एवं गैरसरकारी अनुष्ठान को बंद कर दिया गया है. सभी दुकानें, बाजार बंद कर दिए गए हैं. इसके साथ ही उपजिलाधिकारी को उक्त इलाके के लोगों के लिए अत्यावश्यक सामग्री मुहैया करने का दायित्व दिया गया है. गौरतलब है कि ओडिशा से दिल्ली तब्लीगी जमात में जितने लोग गए थे, उनमें से 28 लोगों की पहचान की गई है. इनके नमूने का परीक्षण किया गया है. 25 लोगों का नमूना नेगेटिव आया है, जबकि 3 पोजिटिव पाए गए हैं. इन तीन पोजिटिव लोगों में से एक मरीज पुरी जिले के दानगहिर गांव का रहने वाला है. ऐसे में इस गांव को 14 अप्रैल तक के लिए शटडाउन कर दिया गया है. यह मरीज किन-किन लोगों के संपर्क में आया है, उन सबकी तलाश की जा रही है.
पुरी शहर में जिला पुलिस की तरफ से विभिन्न स्थानों पर मुख्य रास्ता अवरोध करके लोगों की जांच व वाहनों की जांच की जा रही है. जिला में एक कोरोना मरीज पाए जाने के बाद लोगों में आतंक सा माहौल पैदा हो गया है. इसको देखते हुए बसेली शाही, पन्ना प्रिया शाही, नागा मठ लेन, मार्कंडेश्वर शाही, कोशिका शाही व कई ग्रामों में लोगों ने जागरूक होकर अपनी तरफ से रास्ते को बांस से सील कर दिया है. सिर्फ पैदल जाने वाले लोग ही जा सकते हैं. वाहनों को संपूर्ण रूप से रोक दिया गया है. लोगों का मानना है कोरोना को रुकना है तो पहले बाहर के लोगों का मुहल्ले में प्रवेश रोकना होगा.
हालांकि इस दौरान पत्रकारों और मेडिकल कर्मचारी आदि को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. मुख्य रास्ते पर विभिन्न स्थानों पर पुलिस की तरफ से सील किया गया है तथा मुहल्ले में लोगों ने सील कर दिया है. इससे जरूरी कार्यों में तैनात कर्मचारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कुछ इसे खोने की बात कह रहे हैं, तो कुछ जानकार लोग इसी सही बता रहे हैं. लोगों का मानना है कि कोरोना को रोकने के लिए सामाजिक दूराव ही एक मात्र उपाय है.