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बीजद और भाजपा के बीच नए सिरे से दोस्ती की चर्चाओं पर लगाया विराम
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बीजद सांसद ने भी गठबंधन की संभावना से किया इनकार
भुवनेश्वर। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओडिशा यात्रा के तुरंत बाद सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच नए सिरे से दोस्ती को लेकर हो रही चर्चा पर विराम लगाते हुए केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने रविवार को कहा कि ओडिशा में नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा। भुवनेश्वर में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुंडा ने साफ कहा कि अभी या निकट भविष्य में बीजद के साथ किसी गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां तक संसदीय चुनाव का सवाल है, यह वैसा ही होगा, जैसा पिछले चुनाव में हुआ था। केंद्र हमेशा सभी राज्यों का विकास और समन्वय से काम करना चाहता है। संगठन का काम बिल्कुल अलग होता है और उसी हिसाब से रणनीति बनाई जाती है। मुंडा ने कहा कि ओडिशा में अभी या आने वाले दिनों में गठबंधन का कोई विषय नहीं है।
मुंडा ने आगे कहा कि भाजपा अच्छी स्थिति में है और पार्टी आगामी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी। अर्जुन मुंडा के अलावा केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी दो दिवसीय दौरे पर आज ओडिशा पहुंचे हैं। उनका कोणार्क और कटक में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने का कार्यक्रम है। इससे पहले शनिवार को केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा था कि भाजपा ओडिशा में अकेले आम चुनाव लड़ेगी और यहां भी सरकार बनाएगी।
इस मुद्दे पर बोलते हुए बीजद सांसद मुन्ना खान ने कहा कि कल, केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव और हमारी पार्टी के नेता ने किसी भी गठबंधन से इनकार किया था। इसलिए, किसी गठबंधन का कोई सवाल ही नहीं है। खान ने आगे कहा कि अगले 6 से 7 महीनों में चुनाव होने वाले हैं और राज्य सरकार पिछले कई वर्षों से लोगों की सेवा कर रही है और परियोजनाओं की घोषणा कर रही है। इसका प्रारंभिक मतदान से कोई लेना-देना नहीं है। बीजद संघीय ढांचे में विश्वास करती है और वह ओडिशा के हितों के अनुरूप समर्थन और विरोध करती है। 2019 से हम अकेले चुनाव लड़ रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे।