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रिश्वत के 50,000 रुपये भी जब्त
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आवासा पर सतर्कता विभाग के छापे
भुवनेश्वर। ओडिशा विजिलेंस ने शुक्रवार को अनुगूल में लिफ्ट सिंचाई विभाग के एक उप कार्यकारी अभियंता (डीईई) को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। आरोपी इंजीनियर शरत कुमार प्रधान को सतर्कता ने तब गिरफ्तार किया, जब जिले के खिलारी गांव के एक ठेकेदार श्रीकांत देहुरी ने सतर्कता कार्यालय में शिकायत की कि प्रधान दो लिफ्ट सिंचाई परियोजनाओं के विद्युत अनुमान को पारित करने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था। उपरोक्त शिकायत के आधार पर, 11 अगस्त को एक जाल बिछाया गया, जहां प्रधान को शिकायतकर्ता से 50,000 रुपये के अनुचित लाभ (रिश्वत) की मांग करते और स्वीकार करते हुए ओडिशा सतर्कता की टीम ने उसके कार्यालय कक्ष में पकड़ लिया।
प्रधान के कब्जे से रिश्वत की पूरी रकम 50 हजार रुपये बरामद कर ली गई। यह जानकारी सतर्कता विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में दी गई है। इसमें बताया गया है कि प्रधान का दाहिना हाथ धोने से सकारात्मक रासायनिक प्रतिक्रिया हुई, जिससे उनके द्वारा रिश्वत के पैसे स्वीकार करने और संभालने की पुष्टि हुई। इसके बाद जिले के तालचेर पुलिस सीमा के अंतर्गत रेमुआन गांव में प्रधान के आवासीय घर और उनके कार्यालय कक्ष पर एक साथ तलाशी शुरू की गई है। प्रधान को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। इस संबंध में कटक विजिलेंस एक मामला दर्ज किया है और जांच की जा रही है।