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पुलिस स्टेशन को आग के हवाले किया
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अन्य अधिकारियों के साथ-साथ एसडीपीओ की भी पिटाई
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आईजी दक्षिणी रेंज ने जांच का दिया आश्वासन
इण्डो एशियन टाइम्स, फुलबाणी।
गांजा तस्करी के आरोपों पर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने से आक्रोशित लोगों ने फिरिंगिया थाने पर लोगों ने हमला बोल दिया। इस पुलिस स्टेशन को आग के हवाले कर दिया तथा गांजा तस्करी में पुलिस की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए अन्य अधिकारियों के साथ-साथ एसडीपीओ की भी पिटाई कर दी। स्थानीय लोगों के आरोपों के अनुसार, फिरिंगिया पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक (आईआईसी) तपन कुमार नाहक और उनके कर्मचारी गांजे की तस्करी में शामिल हैं।
लोगों का कहना है कि 3 अगस्त को गांजे से लदी एक पुलिस वैन को फिरिंगिया सरपंच, पूर्व सरपंच और स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया। उस समय वाहन कथित तौर पर एक तस्कर को मादक पदार्थ बेचने के लिए बुधखंभा गांव जा रहा था।
ग्रामीणों ने पूरी घटना का वीडियो भी बनाया और एसपी को भेजकर आईआईसी और पुलिस स्टेशन के अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू नहीं होने पर गुस्साए स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और फिरिंगिया ब्लॉक चौक पर सड़क जाम कर दिया, जिससे फुलबाणी-बालिगुड़ा मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई। प्रदर्शनकारी स्थानीय लोगों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए आईआईसी के खिलाफ नारे भी लगाए।
स्थानीय सरपंच जलंधरा कन्हारा ने मीडिया को दिए गए बयान में कहा है कि पुलिस, जो रक्षक है, भक्षक बन गई है। हमने पुलिस अधिकारियों को उस समय पकड़ा था, जब वे अपनी शक्ति का दुरुपयोग करके गांजा की तस्करी कर रहे थे। हमारे पास वीडियो हैं। जब भी आवश्यकता होगी हम इसे प्रस्तुत करेंगे। हम पुलिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं।
विरोध प्रदर्शन करते समय गुस्साए स्थानीय लोगों ने हंगामा किया और जमकर उत्पात मचाया और पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ की। उन्होंने थाने में भी आग लगा दी। इसके अलावा, हिंसक भीड़ ने एसडीपीओ सहित पुलिस अधिकारियों का भी पीछा किया और उन पर हमला किया, जिनकी बेरहमी से पिटाई की गई। बताया जाता है कि हमले में एसडीपीओ को सिर में चोट आयी है। गुस्साई भीड़ ने अन्य पुलिस अधिकारियों पर भी हमला किया।
सत्यब्रत भोई, आईजी दक्षिणी रेंज ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और आग बुझाने के प्रयास जारी हैं। इस साल कंधमाल में पुलिस ने 30 टन गांजा जब्त किया है। हम जांच करेंगे कि क्या पुलिस गांजा तस्करी में शामिल है या यह गांजा बरामदगी पर स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया है। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं।