भुवनेश्वर। ओडिशा स्टॉफ सलेक्शन कमिशन के प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में जहां राज्य का युवा आक्रोशित हैं, वहीं इस मामले में बालेश्वर की आरक्षी अधीक्षक द्वारा दिय़ा गया बयान हास्यास्पद है। इस मामले की उच्च न्यायालय की निगरानी में एसआईटी द्वारा जांच की जाए। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शरत पटनायक ने इस मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ये बातें कहीं। उल्लेखनीय है कि इस मामले की जांच कर रहीं बालेश्वर की आरक्षी अधीक्षक ने कहा था कि प्रश्न पत्र प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ है और इसका किंगपिन बिहार का है। प्रश्नपत्र लीक मामले में ओडिशा स्टॉफ सलेक्शन कमिशन का कोई शामिल नहीं है।
पटनायक ने कहा कि इस घटना की जांच जब चल रही है और पूरी नहीं हुई है, तो फिर किस आधार पर बालेश्वर की आरक्षी अधीक्षक ने स्टॉफ सलेक्शन कमिशन को क्लिन चिट दिया। बिहार का कोई व्यक्ति ओडिशा स्टॉफ सलेक्शन कमिशन के कर्मचारी या अधिकारी के बिना सहयोग से प्रश्न पत्र कैसे लीक करने में सफल हो गया।
पटनायक ने कहा कि राज्य सरकार के प्रोत्साहन से स्टॉफ सलेक्शन कमिशन ने प्रश्न पत्र लीक कराया है। इसलिए अब सरकार उसके बचाव में खड़ी दिख रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में उच्च न्यायालय की निगरानी में एसआईटी गठन कर जांच कराई जानी चाहिए।