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कटक और भुवनेश्वर के निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति
भुवनेश्वर। राजधानी भुवनेश्वर और कटक समेत राज्य के विभिन्न जिलों में हुई भारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। निचले इलाके में जलजमाव की स्थिति देखने को मिली है। ओडिशा के तटीय इलाकों के कई हिस्सों में आज शनिवार को भारी बारिश हुई, जिससे कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई।
बारिश के कारण कटक के रौसापाटना, मेरिया बाजार, पीठापुर और अन्य क्षेत्रों के निवासियों के लिए समस्याएं पैदा हो गईं हैं। ऐसा ही नजारा राजधानी भुवनेश्वर में देखने को मिला, जहां विभिन्न हिस्सों में प्रमुख सड़कों और गलियों में बारिश का पानी जमा हो गया। इस्कॉन मंदिर और राजधानी के अन्य इलाकों के पास स्थिति अधिक गंभीर थी।
इन शहरों में जलभराव की स्थिति ने कटक नगर निगम (सीएमसी) और भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) की मानसून को लेकर की गईं तैयारियों की पोल खोल दी है। कटक के निचले इलाकों में पानी जमने के लोगों को घरों में खाना बनाने में भी समस्याओं का सामना करना पड़ा। कइयों को होटल से खाना खरीदकर खाना पड़ा।
भुवनेश्वर की मेयर सुलोचना दास ने कहा कि जब भी भारी बारिश होती है, तो दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में भी जलभराव की स्थिति देखी जाती है। कमिश्नरेट पुलिस कार्यालय के सामने जलभराव के संबंध में हमने समस्या की समीक्षा करने के लिए आर एंड बी इंजीनियरों को बुलाया है।
दास ने आगे कहा कि पहले बीएमसी ने मानसून से पहले नालों से गाद निकालने के उपाय किए थे, लेकिन कई कारणों से, लोग नालियों में कचरा फेंक रहे हैं जिससे नालियां जाम हो रही हैं। जयदेव विहार क्षेत्र में भारी प्रवाह है और समस्या को जल्द से जल्द हल करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
Posted by: Desk, Indo Asian Times