भुवनेश्वर. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तीन वर्गों के लिए 22 सौ करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की है. इस घोषणा का एटक स्वागत करता है, लेकिन यह पैकेज वास्तविकता का मुकाबला करने में असमर्थ होगा तथा श्रमिकों के बीच में भ्रम उत्पन्न करेगा. एटक के प्रदेश महासचिव सौरीबंधु कर ने पैकेज पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि 22 लाख निर्माण श्रमिकों को 15 सौ रुपये प्रदान किया जाएगा.
राज्य में कुल 30 लाख निर्माण श्रमिक हैं. अभी तक आठ लाख निर्माण श्रमिकों का पंजीकरण नहीं हुआ है. आठ लाख निर्माण श्रमिकों का आवेदन विभिन्न श्रम विभाग के कार्यालयों में पड़ा है. इससे संदेह उत्पन्न हो रहा है कि ये आठ लाख निर्माण श्रमिक इससे बंचित हो जाएंगे. एटक मांग करती है उन्हें भी इस दायरे में लाया जाए. उन्होंने कहा कि 21 दिनों के लाकडाउन के कारण मजदूरी खोने वालों को 15 सौ रुपये प्रदान करने का कोई तुक नहीं है. यह राशि सरकार निर्माण श्रमिक कल्याण फंड से दे रही है. राज्य सरकार को चाहिए अपने स्वयं के कोष से पैसा जारी करे.