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65 हजार स्ट्रीट वेंडरों को मिलेगा तीन-तीन हजार रुपये
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10 लाख गरीब व निराश्रितों को दिया जाएगा पका हुआ भोजन
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खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल परिवारों को मिलेगा एक हजार रुपये
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22 लाख निर्माण श्रमिकों को मिलेगा 15 सौ रुपये की सहायता
भुवनेश्वर. कोरोना के मुकाबले के लिए लाकडाउन की घोषणा किये जाने के कारण गरीब व मजदूर लोगों के आजीविका प्रभावित हुई है. इसी परिप्रेक्ष्य में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 114 शहरी निकायों के स्ट्रीट वेंडंरों को तीन–तीन हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है. इससे राज्य के पंजीकृत 65 हजार स्ट्रीट वेंडरों को यह लाभ मिलेगा. इसी तरह प्रत्येक पंचायत में एक सौ से लेकर दो सौ तक गरीब लोगों को प्रत्येक दिन पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. महिला स्वयं सहायिका समूहों के द्वारा इस कार्य को कराया जाएगा. लोग इस पके हुए भोजन को अपने घर में ले जा सकेंगे. इससे करीब 10 लाख गरीब व निराश्रित लोग इसका लाभ प्राप्त कर सकेंगे. उन्होंने इस अवसर पर कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई को और जोरदार किया जा रहा है. उन्होंने फिर से लोंगे से अपील की कि वे अपने घरों से न निकलें. हम अपने घरों से न निकल कर ही इस लड़ाई को जीत सकते हैं. मुख्यमंत्री ने आज फिर से लोगों को साबुन से हाथ बार-बार धोने की अपील की.
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को कोरोना के मुकाबले के लिए राज्य की गरीब जनता के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 22 सौ करोड़ रुपये का विशेष पैकेज की घोषणा की थी. इस संबंध में घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि खाद्य सुरक्षा योजना में समस्त लाभार्थियों को तीन माह का अग्रिम राशन प्रदान करने के लिए पहले ही घोषणा की गई है. इस योजना में शामिल राज्य के 94 लाख परिवारों को राज्य सरकार एक–एक हजार रुपये की राशि प्रदान की जाएगी. इसमें 940 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसी तरह विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजना में 48 लाख लाभार्थियों को 4 माह का भत्ता अग्रिम दिया जाएगा. इसमें 932 करोड़ रुपये खर्च आयेंगे. इसी तरह 22 लाख निर्माण श्रमिकों को 15 सौ रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी. इसमें 330 करोड़ रुपये खर्च आयेंगे.
अन्य राज्यों में फंसे ओडिशा के लोंगों की मदद करने के लिए नवीन ने किया अनुरोध
भुवनेश्वर. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे ओडिशा के लोगों की सहायता करने के लिए बाहर के ओड़िया संगठनों से अपील की है. शनिवार को एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों में काम कर रहे ओड़िया संगठन उन राज्यों में फंसे ओडिशा के लोगों के मदद के लिए आगे आयें. उनके लिए भोजन व दवा जैसे आवश्यक चीजों का बंदोबस्त करें. मुख्यमंत्री राहत कोष से इसके खर्च को वहन किया जाएगा.