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सार्वजनिक क्षेत्र के 16 बैंकों से बंद लिफाफे में ब्याजदर का कोटेशन आमंत्रित
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लाकडाउन के बीच 26 मार्च को ही पूरी की जायेगी निविदा प्रक्रिया
पुरी. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने भगवान श्री जगन्नाथ की धनराशि 545 करोड़ रुपये को जमा करने के लिए यूनियन बैंक के टेंडर को रद्द कर दिया है, जिसमें 5.75 फीसदी ब्याजदर देने का उल्लेख किया था. अब मंदिर प्रशासन ने 26 मार्च तक सार्वजनिक क्षेत्र से निविदा आमंत्रित किया है. हालांकि राज्यभर में 29 मार्च तक लाकडाउन घोषित किया गया है. मंदिर प्रशासन ने आज सार्वजनिक क्षेत्र के 16 बैंकों को भगवान जगन्नाथ के कोष और मंदिर के धन को रखने के लिए निविदा प्रक्रिया में भाग लेने के लिए आमंत्रित करते हुए नया टेंडर जारी किया. मंदिर प्रशासन ने कहा है कि ब्याज की दर के लिए कोटेशन 16 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों तक सीमित हैं, जिन्हें राज्य वित्त विभाग द्वारा अनुमोदित किया गया है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के अलावा किसी अन्य बैंक को बोली प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
बोली प्रक्रिया में भाग लेने वाले बैंकों में एसबीआई, कनाडा बैंक, बैंक आफ बड़ौदा, यूनियन बैंक आफ इंडिया, बैंक आफ इंडिया, आंध्रा बैंक, यूको बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, इलाहाबाद बैंक, यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया, ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स, इंडियन बैंक, सिंडिकेट बैंक और कार्पोरेशन बैंक, पुरी शामिल हैं. सर्कुलर के अनुसार भगवान श्री जगन्नाथ की धनराशि निवेश के दिन से एक साल के लिए फिक्स्ड डिपाजिट होगी. मंदिर प्रशासन ने बंद लिफाफे में 26 मार्च तक ब्याजदर का कोटेशन जमा करने के लिए कहा है और उसी दिन निविदा प्रक्रिया पूरी की जायेगी. इसके साथ ही मंदिर प्रशासन ने आगे कहा है कि संबंधित बैंक बैठक में शामिल हो सकते हैं और बातचीत की प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं.