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रेल सेवा बहाली और इलाज पर फोकस

  • युद्धस्तर पर चल रहा है काम

  • दिल्ली से बुलाए गए विशेषज्ञ चिकित्सक

  • दुर्घटनाग्रस्त सभी 21 डिब्बों को खड़ा कर दिया गया

भुवनेश्वर/बालेश्वर। बालेश्वर जिले के बाहनगा के निकट शुक्रवार रात 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और 12864 सर एम विश्वेश्वरैया-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बचाव व राहत कार्य पूरा होने के बाद अब पूरा का पूरा फोकस रेल सेवा बहाली और घायल यात्रियों के इलाज पर है। केंद्र से लेकर राज्य सरकार तत्परता से जुटी हैं। इलाज में मदद के लिए दिल्ली से केंद्र ने विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम भेजी है। खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हालात की समीक्षा करने के लिए ओडिशा पहुंचे हैं। रेलमंत्री घटनास्थल पर डेरा डाले हुए हैं। रात में भी वे डटे रहे। बीच-बीच में नजदीकी अस्पतालों का भी दौरा कर रहे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी दौरा कर रहे हैं। राज्य सरकार के आला अधिकारी भी हालात पर नजर रखे हुए हैं। अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं।

आज ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा कि रेल दुर्घटना स्थल पर भारतीय रेलवे द्वारा युद्धस्तर पर बहाली का काम चल रहा है। दुर्घटनाग्रस्त हुए सभी 21 डिब्बों को खड़ा कर दिया गया है। अब साइट को साफ किया जा रहा है।

जेना ने कहा कि पूरा बचाव अभियान पूरा कर लिया गया है और ट्रैक बहाली का काम आज रात तक पूरा होने की संभावना है।

रेल मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि अधिकारी दुर्घटनास्थल पर बहाली प्रक्रिया की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। दुर्घटना स्थल पर 1000 से अधिक जनशक्ति के साथ अथक परिश्रम के साथ बहाली का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। वर्तमान में, सात से अधिक पोकलेन मशीनें, दो दुर्घटना राहत ट्रेनें और 3-4 रेलवे और रोड क्रेन शीघ्र बहाली के लिए तैनात की गई हैं। अधिकारी दुर्घटना स्थल पर बहाली प्रक्रिया की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं

सात राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें, पांच ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) इकाइयां, और 24 अग्निशमन सेवाएं और आपातकालीन इकाइयां बचाव कार्यों में लगी हुई हैं।

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