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पांच दिनों तक जारी ऐसी स्थिति
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मौसम विभाग ने तटीय जिलों में बारिश की संभावना जताई
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कुछ जिलों के लिए पीली तो कुछ के लिए नारंगी चेतावनी जारी
भुवनेश्वर। ओडिशा में लू की स्थिति से राहत के आसार नहीं दिख रहे हैं। ओडिशा में अभी और पांच दिनों तक लू की स्थिति जारी रहने की संभावना है। यह जानकारी यहां
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय कार्यालय ने देते हुए बताया कि कई जिलों में कई स्थानों पर अधिकतम तापमान (दिन के तापमान) में कोई बदलाव की संभावना नहीं है। अगले दो दिनों के दौरान ओडिशा में एक या दो स्थानों पर अधिकतम तापमान (दिन का तापमान) 42 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहने की संभावना है और इसके बाद के तीन दिनों के दौरान आंतरिक ओडिशा के कुछ जिलों, जैसे सुंदरगढ़, संबलपुर, अनुगूल, बौध, सोनपुर, बरगढ़, बलांगीर, कलाहांडी, झारसुगुड़ा, नुआपड़ा, में भी अधिकतम तापमान (दिन का तापमान) 42 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि इसके नतीजतन भीषण गर्मी के साथ-साथ असहज मौसम रहने की संभावना है।
तटीय ओडिशा में बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने भीषण गर्मी की संभावना के साथ-साथ तटीय ओडिशा में बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, कंधमाल, मयूरभंज, ढेंकानाल जिलों के कुछ स्थानों पर और सुंदरगढ़, देवगढ़, केंदुझर, अनुगूल, बौध, कलाहांडी, नवरंगपुर, रायगड़ा, मालकानगिरि, कोरापुट, नुआपड़ा जिलों में एक या दो स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने पीली चेतावनी जारी की है। राज्य के शेष जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
कई जिलों के लिए नारंगी चेतावनी जारी
मौसम विभाग ने गंजाम, नयागढ़, खुर्दा, कटक, ढेंकानाल, जाजपुर, भद्रक, जगतसिंहपुर और केंद्रापड़ा जिलों में एक या दो स्थानों पर 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने, बिजली गिरने व गरज के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है। इन जिलों के लिए नारंगी चेतावनी जारी की गई है।
लोगों को सतर्क रहने की सलाह
मौसम विभाग ने कहा है कि इसके प्रभाव में असुरक्षित संरचनाओं को कुछ नुकसान हो सकता है। पेड़ों की शाखाएं टूट सकती हैं। इसलिए लोगों को मौसम पर नजर रखने और आंधी के दौरान सुरक्षित जगहों पर आश्रय लेने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने लोगों को यह भी सलाह दी है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, तो सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच अपने घरों से बाहर न निकलें।