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दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र

  •  10 मई तक धारण करेगा चक्रवात का रूप

  • बांग्लादेश-म्यांमार तटों की ओर बढ़ने की संभावना

भुवनेश्वर। दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर आज एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है तथा यह 10 मई तक चक्रवात का रूप धारण करेगा। हालांकि इससे ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल को कोई खतरा नहीं है। यह जानकारी आज भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को दी। मौसम विभाग ने कहा कि बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है।

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे एक डिप्रेशन का रूप ले सकता है और 10 मई तक बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के आस-पास के इलाकों में एक चक्रवाती तूफान में तेज होने की संभावना है। धीरे-धीरे चक्रवाती तूफान के 11 मई तक उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके बाद इसके धीरे-धीरे फिर से मुड़ने और उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बांग्लादेश-म्यांमार तटों की ओर बढ़ने की संभावना है।

उन्होंने कहा कि यदि यह एक चक्रवाती तूफान में बदल जाता है तो इसको मोचा नाम दिया जाएगा।

महापात्र ने कहा कि आईएमडी ने ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे पूर्वी राज्यों के लिए कोई चेतावनी जारी नहीं की है। हालांकि, मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि समुद्र बहुत अशांत है।

पूर्वानुमान अगले पांच दिनों के लिए

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मौसम के बदले मिजाज पर यह पूर्वानुमान अगले पांच दिनों के लिए है और आईएमडी हर दिन नियमित अपडेट प्रदान करेगा।

लैंडफॉल व तीव्रता का पूर्वानुमान बाद में

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि एक बार फिर कहा कि चक्रवाती तूफान के लैंडफॉल की जगह, इसका समय और इसकी तीव्रता का पूर्वानुमान बाद में लगाया जाएगा।

तटीय राज्यों में होगी भारी बारिश

आईएमडी ने कहा कि चक्रवात की परिस्थितियों के कारण तटीय राज्यों, खासकर तमिलनाडु में भारी बारिश होने की संभावना है। हालांकि इसके विपरीत ओडिशा में तापमान बढ़ने की संभावना है।

तेज हवा को लेकर चेतावनी

आईएमडी ने कहा कि कम दबाव के प्रभाव में दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और झोंके की गति 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की होगी। अंडमान सागर में 8 मई को तूफानी मौसम रहने की संभावना है। 9 मई को बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और आसपास के अंडमान सागर में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी तथा झोंके की गति 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की होने की संभावना है।

हवा के झोंके की गति होगी 100 किलोमीटर प्रति घंटा

मौसम विभाग के अनुसार, 10 और 11 मई को दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और आसपास के अंडमान सागर में 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी तथा झोंके की गति 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से होने की संभावना है। इसके साथ ही बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी में 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और झोंके की गति 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है। 12 मई को अंडमान सागर और अंडमान द्वीप समूह पर 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी तथा झोंके की गति 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।

ओडिशा में जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश

ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर सतर्क रहने को कहा है। साथ ही मछुआरों व किसानों सतर्क रहने के लिए सलाह दी है। मछुआरों को 9 मई से समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है।

इसी तरह एसआरसी कार्यालय की ओर से लिखे पत्र में भी किसानों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। संभावित बारिश को ध्यान में रखकर सब्जी, उद्यान कृषि व खेत से लाई गई फसलों व मंडियों में पड़े अनाज को सुरक्षित रखने के लिए सलाह दी गई है। इसी तरह सभी जिलों के जिलाधिकारियों को प्रशासन को तैयार रखने के लिए कहा गया है।

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