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अंतर्राष्ट्रीय मौसम एजेंसियों ने दिया संकेत
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लैंडफॉल को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं
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बांग्लादेश और म्यांमार की तरफ मुड़ने की संभावना
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में बनने वाले चक्रवाती तूफान मोचा की श्रेणी एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान की होगी। निम्न दबाव का क्षेत्र गठन से पहले ही अंतर्राष्ट्रीय मौसम एजेंसियों ने ऐसा संकेत दिया है। इधर, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अपने ट्रॉपिकल वेदर आउटलुक में कहा कि 9 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में एक चक्रवाती तूफान आने की संभावना है। आईएमडी-जीएफएस मौसम मॉडल ने आज जारी ट्रॉपिकल वेदर आउटलुक में संकेत दिया कि यह सिस्टम बांग्लादेश-म्यांमार तट की ओर बढ़ सकता है। साथ ही आगे कहा कि सभी मौसम मॉडल बहुत गंभीर श्रेणी के तूफान तक इसकी तीव्रता का संकेत दे रहे हैं।
आईएमडी-जीएफएस के अनुसार, 7 मई के आसपास दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव क्षेत्र बनेगा तथा 8 मई के आसपास डिप्रेशन में तब्दील होगा और 9 मई के आसपास चक्रवाती तूफान का रुप धारण करेगा। यह 10 मई तक उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर गति करेगा और उसके बाद उत्तर-पूर्व की ओर दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और उससे सटे म्यांमार के तटों की ओर मुड़ सकता है। इस दौरान बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान श्रेणी तक इसकी तीव्रता पहुंचने की संभावना है।
ईसीएमडब्ल्यूएफ मॉडल के अनुसार, निम्न दबाव का क्षेत्र डिप्रेशन में तब्दील होने के बाद 10 मई के आसपास चक्रवाती तूफान का रूप लेगा। आउटलुक ने कहा कि यह 11 मई से म्यांमार तट की ओर उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर पुनरावर्तन का संकेत दे रहा है। इसने भी बहुत गंभीर श्रेणी के तूफान का संकेत दिया है। हालांकि, लैंडफॉल के संबंध में आज विभिन्न मॉडलों के बीच बड़ी भिन्नता है। आईएमडी ने कहा कि कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद इसके मार्ग और तीव्रता की स्थिति साफ हो पाएगी। यह सिस्टम लगातार निगरानी में है और नियमित रूप से निगरानी की जा रही है। चक्रवाती तूफान बनने पर सिस्टम को मोचा नाम दिया जाएगा।